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Wednesday, March 9, 2011

वर्ल्ड़ कप:टीम इंड़िया की पांच विकेट से जीत


विश्व कप टूर्नामेंट के ग्रुप-बी मुकाबले में भारत ने 36.3ओवर में पांच विकेट खोकर 191 रन बनाकर लक्ष्य हांसिल कर लिया। इससे पहले भारतीय गेंदबाजो ने जोरदार गेंदबाजी करते हुए नीदरलैंड्स को 47वें ओवर में समेट दिया था जिससे नीदरलैंड्स भारत के सामने जीत के लिए सिर्फ 190 रनों का लक्ष्य ही दे सका था।

जवाब में भारत ने एक तेज शुरुआत की जिसमें भारत के सलामी बल्लेबाजों नें 11 ओवर में 82 रन बनाकर एक के बाद एक तीन विकेट गंवा दिए। इसमें वीरेंद्र सहवाग (39), सचिन तेंदुलकर (27) और यूसुफ पठान (11) पर आउट हो गये। इसके बाद गौतम गंभीर ने पारी को कुछ संभालने की कोशिश के लेकिन वो भी 28 गेंद में 28 रन ही बना सके और मुदस्सर बुखारी के शिकार बन गये। फिर विराट कोहली भी कुछ कमाल नहीं दिखा पाये और 20 गेंद में 12 रन बनाकर पीटर बेरोनने कोहली के हाथो आउट हो गये। जहां युवराज ने 73 गेंदों में सात चौके लगाकर करियर का 47वां अर्धशतक पूरा किया वहीं धौनी ने 40 गेंदों में नाबाद 19 रन बनाए।

इससे पहले ’ग्रुप बी’ के इस मैच में नीदरलैंड की टीम 189 रन पर ढ़ेर हो गई थी। भारत ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए 46.4 ओवरों में नीदरलैंड की पूरी टीम को समेट दिया था जिसमें एक अच्छी शुरुआत के बावजूद भी नीदरलैंड की टीम 200 का आंकड़ा पार नहीं कर पाई थी।

छात्राओं ने किया कलयुगी प्रोफेसर का मुंह काला


खंडवा: आज मध्यप्रदेश के खंडवा में भगवंत राव मंडलोई कृषि महाविद्यालय की छात्राओं ने वहां के एक प्रोफेसर (अशोक कुमार चौधरी) का मुह काला कर प्रोफेसर की चप्पलों से पिटाई कर दी।

छात्राओं के मुताबिक इस प्रोफेसर ने कॉलेज की छात्राओं को इंटर्नशीप के बदले यौनाचार की मांग की। इस मामले में छात्राएं आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों के साथ कॉलेज पहुंची और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कालेज में जमकर हंगामा किया। कार्यकर्ताओं का आरोप था कि कालेज की एक सीनियर छात्रा ने लगातार शिकायतें की लेकिन कालेज प्रशासन ने कोई कायर्वाही नही की और इसी के विरोध में आज एबीवीपी कार्यकर्ता ने कालेज पहुंचकर प्रोफेसर का मुंह काला कर जमकर पिटाई की।

इस पूरे मामले में कॉलेज प्रबंधन सफाई देता नज़र आ रहा है। कॉलेज प्रबंधन के मुताबिक छात्रों के व्यवहार को देखते हुए पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है। कॉलेज के डीन पी. पी. शस्त्री का कहना है कि छात्राओं की शिकायत हमारे पास आई थी। हमने इस प्रकरण की जांच के लिए समिति बनायी थी, जिसका लेटर हम आज ही बनवाने वाले थे। लेकिन लेटर बनने से पहले ही यह हंगामा हो गया।

वहीं नगर पुलिस अधीक्षक मुकेश वेश्य के मुताबिक आरोपी एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जल्द ही इनकी गिरफ्तारी होगी।

खंडवा से निशात सिद्दीकी की रिपोर्ट

छेड़छाड़ के आरोपी धर्मगुरू को 14 साल की जेल


हयूस्टन : अमेरिका में दो लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने के मामले में दोषी क़रार दिये जाने के बाद से फरार चल रहे हिन्दू धर्मगुरु प्रकाशानंद सरस्वती आख़िरकार क़ानून के शिकंजे में आ गये हैं। अय्याश बाबा को 14 वर्ष की क़ैद की सज़ा सुनाई गई है। साथ ही बाबा पर 20 आरोपों में प्रत्येक पर 10,000 डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया है। गौरतलब है कि प्रकाशानंद सरस्वती अपने अनुयायियों के बीच श्री स्वामीजी के के नाम से जाने जाते हैं। बाबा का सेन्ट्रल टेक्सास में आश्रम है।

अपने भक्‍तों के बीच ‘श्री स्‍वामी जी’ नाम से मशहूर प्रकाशानंद सरस्‍वती को 20 अपराधों का दोषी करार दिया गया है। इसमें हर एक अपराध के लिए अधिकतम 20 साल की कैद हो सकती है। एक हिंदू आश्रम के प्रमुख, 82 साल के इस महंत को यौन उत्‍पीड़न का दोषी करार दिए जाने की खबर से यहां रहने वाले हिंदू समुदाय के और दुनिया भर में फैले इनके भक्तों को गहरा सदमा लगा है।

उल्लेखनीय है कि बाबा के मौजूदा संस्थान के अंतर्गत बरसाना धाम संचालित होता है। इसके तहत भारत सहित विदेशों में कई मंदिर और अस्पतालों का संचालन होता है।

हेज काउंटी की अदालत ने बाबा (82) को 1990 के दशक के दौरान अपने आश्रम बरसाना धाम में दो लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने के मामले में 14 वर्ष की जेल और दस हजार डॉलर का जुर्माना लगाया है। धर्मगुरु प्रकाशानंद देश-विदेश में उनके हजारो अनुयायी होने का दावा करते हैं। ऐसे में बाबा को 14 वर्ष लंबे कारावास की सजा मिलने से आश्रम के भविष्य पर सवालिया निशान लग गया है।

गौरतलब है कि अदालत की कार्रवाई के बाद से ही ‘स्‍वामी जी’ लापता बताए जा रहे हैं। हेज काउंटी शेरिफ के दफ्तर की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि सजा के दिन अदालत में मौजूद नहीं होने के चलते प्रकाशानंद सरस्‍वती के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया, हालांकि अब बाबा को 14 वर्ष जेल की सजा सुनाई गई है।

फिर एक साथ नज़र आएंगे सैफ़-दीपिका


छोटे नवाब सैफ़ु और दीपिका के चाहने वालों के लिये एक ख़ुशख़बरी है। फ़िल्म ’लव आजकल’ में लोगों को ख़ासी पसंद आई सैफ़ अली ख़ान और दीपिका पादुकोण की जोड़ी अब दोबारा एक फ़िल्म में नज़र आएगी। बॉलीवुड के छोटे नवाब की निर्माण कंपनी की फिल्‍म ‘एजेंट विनोद’ के प्रदर्शित होने से पहले ही सैफ के बैनर तले बनने वाली सैफ़-दीपिका की जोड़ी वाली इस अनाम फिल्‍म की शूटिंग मई में शुरू होने जा रही है।

इस फिल्‍म में सैफ के साथ उनकी महबूबा करीना कपूर के बजाए, उनकी सफलतम फिल्‍म ‘लव आजकल’ की हीरोइन दीपिका पादुकोण नजर आएंगी। सैफ की निर्माण कंपनी के तले बनने वाली यह अनाम फिल्‍म अगले साल प्रदर्शित होगी, जिसका निर्देशन ‘बीइंग साइरस’ के निर्देशक होमी अदाजानिया करेंगे।

गौरतलब है कि सैफ-करीना की फिल्‍म ‘एजेंट विनोद’ दिसम्‍बर में सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी।

हालांकि, दीपिका इन दिनों अपनी फ़िल्मों से ज़्यादा अपने क़रीबी दोस्त सिद्धार्थ माल्या से संबंधों को लेकर ख़ासी चर्चा बटोर रही हैं। इसके अलावा वो अपने आइटम सांग "दम मारो दम" से भी लोगों की नींदे उड़ाने को तैयार हैं।

बहन के लिये निर्माता बनेंगी कैटरीना


बॉलीवुड में अपना सिक्का जमा चुकीं कैटरीना कैफ़ ने अब अपनी बहन ’इसाबेल’ को बॉलीवुड में लांच करने की ठानी है। फिल्म इंडस्ट्री पर ज़्यादातर स्टार घरानों का ही ज़ोर है। यहां हर किसी को सफ़ल होने के लिये गाडफ़ादर का सहारा लेना ही पड़ता है। अब, कैटरीना कैफ की बहन इसाबेल भी बॉलीवुड में डेब्यू के लिए पूरी तरह तैयार है।

कैटरीना कैफ भी इस बात को भलीभांति जान गईं हैं कि बॉलीवुड में फैमली और फैमली के नाम का कितना महत्व है। सूत्रों के मुताबिक कैट अपनी बहन इसाबेल को बॉलीवुड में लांच करने के लिए खुद निर्माता बनने जा रही है। कैट ने एक फ्रेंच फिल्म के अधिकार भी खरीद लिए है, जिसमें महिला सैनिक का महत्वपूर्ण किरदार है। पहले इसे कैट खुद करना चाहती थी, लेकिन अब इस भूमिका को उनकी बहन इसाबेल निभाएंगी। इसाबेल हाल ही में यूएस से एक्टिग का कोर्स करके लौटी है। साथ ही कैटरीना ने भी उन्हें बॉलीवुड में काम करने के लिए बेसिक चीजें सिखा दी है।

जनाज़े के दौरान आत्मघाती विस्फोट, 20 की मौत, 50 घायल


पेशावर : इन दिनों पाकिस्तान अपनी अंतरकलह से जूझ रहा है। यहां शायद आतंकी हमलों के अलावा कोई और काम नहीं हो रहा है। आतंकी हमलें होना मानो पाकिस्तान का रिवाज बन गया है। एक ताज़ा घटना में इस बार एक जनाज़े में मौजूद लोगों को निशाना बनाया गया। आज, पाकिस्तान के खबर पख्तूनख्वा प्रांत में जनाज़ा दफनाने के वक्त पढ़ी जाने वाली नमाज के दौरान हुए एक आत्मघाती विस्फोट में कम से 25 लोगों की मौत हो गई और 50 घायल हो गए। अशांत पश्चिमोत्तर क्षेत्र में एक आत्मघाती हमलावर ने तालिबान विरोधी एक मिलिशिया के सदस्यों को निशाना बनाया।

जिला प्रशासन अधिकारी सिराज अहमद खान ने बताया कि हमलावर पेशावर से 35 किलोमीटर दक्षिण में स्थित मट्टानी में शोकाकुल लोगों की भीड़ में मिल गया और अपने शरीर पर बंधे विस्फोटक को उड़ा दिया. जनाजे में 200 से अधिक लोग शमिल थे। हमलावर ने खबर-पख्तूनख्वा प्रांत की राजधानी पेशावर के नजदीक तालिबान विरोधी मिलिशिया ‘अदेजई’ (शांति समिति) के नेता हकीम खान की पत्नी के जनाजे में शरीक लोगों को अपना निशाना बनाया।

प्रांतीय सूचना मंत्री मियान इफ्तिकार हुसैन ने बताया कि विस्फोट में कम से कम 25 लोग मारे गए हैं और 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं. इनमें से कई की हालत नाजुक है। घायलों में से 20 को पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।

प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान के दारा अदम खेल शहर गुट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है और कहा है कि हमले का उद्देश्य अदेजई इलाके में सैन्य अभियान में मारे गए आतंकियों का बदला लेना है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है क्योंकि घायल हुए लोगों में कई की हालत नाजुक है।

प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और देश के हर कोने से आतंकवाद रूपी कैंसर को जड़ से उखाड़ फेंकने का अपना संकल्प दुहराया है. उन्होंने कहा, ‘शांतिप्रिय नागरिकों पर इस तरह के कायर हमले देश की हिम्मत को कम नहीं कर सकते है.’

गौरतलब है कि अदेजई नाम का यह मिलिशिया पेशावर के आसपास के क्षेत्रों से तालिबान आतंकियों को निकाल बाहर करने के लिए संघर्षरत है। गौरतलब है कि इससे पहले साल 2009 में भी इस मिलिशिया के नेता अब्दुल मलिक की आत्मघाती हमले में ही मौत हुई थी।

हालिया कुछ महीनों में मिलिशिया के नेताओं ने यह शिकायत की थी कि तालिबान से उनकी लड़ाई में सरकार उचित सहायता नहीं कर रही है। तालिबान से भी इनको समय-समय पर धमकियां मिलती रहती हैं।

सपा सांसद अखिलेश यादव, एयरपोर्ट पर गिरफ़्तार


लखनऊ : नई दिल्ली से लखनऊ पहुंचे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के पुत्र एवं सांसद अखिलेश यादव को अमौसी हवाई अड्डे पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। पार्टी प्रवक्ता अशीष यादव ने बताया, "अखिलेश को आज सुबह यहां गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें सीधे जेल भेज दिया गया है।" सपा सांसद अखिलेश यादव संसद के सत्र में हिस्सा लेने के लिए नई दिल्ली में थे।

अखिलेश ने कहा, "राज्य सरकार तानाशाही तरीके से काम कर रही है. मेरी गिरफ्तारी से भी यह बात साफ हो जाती है. हम इस तानाशाही अंदाज का विरोध करते रहेंगे, लोकतांत्रिक मूल्यों में भरोसा न करने वाली मायावती सरकार के इस दमनात्मक रवैए के खिलाफ हम हर लड़ाई लड़ेंगे चाहे राज्य सरकार हम पर कितने ही अत्याचार क्यों न कर ले।

लखनऊ में एक वरिष्ठ पुलिस उप महानिरीक्षक डीके ठाकुर ने कहा, "राज्य की राजधानी में निषेधाज्ञा लागू है, अखिलेश प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी बहुजन समाज पार्टी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने जा रहे थे। प्रदर्शन में हिस्सा लेने से पहले उन्हें गिरफ्तार किया गया।" अखिलेश की गिरफ्तारी के बाद पार्टी के बहुत से कार्यकर्ता हजरतगंज में जमा हो गए और उन्होंने अपना विरोध दर्ज कराया. उन्हें तितर बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए।

सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने अखिलेश की गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताते हुए कहा कि हमारे नेता कोई कानून तोड़ने नहीं जा रहे थे, उनका पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने का कार्यक्रम था। यहां कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद उन्हें अपने संसदीय क्षेत्र कन्नौज जाना था। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी नागरिक अधिकारों पर कुठाराघात है।

ग़ौरतलब है कि सपा ने मायावती सरकार के खिलाफ गत सात मार्च से तीन दिवसीय 'बसपा हटाओ, प्रदेश बचाओ' अभियान चला रखा है। प्रदेश के विभिन्न इलाकों में तीसरे दिन यानी बुधवार को भी सपाइयों का प्रदर्शन जारी रहा। राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाकर प्रदर्शन कर रहे सपा कार्यकर्ताओं ने राजधानी के हजरतगंज चौराहे पर उन्हें जुलूस निकालने से रोके जाने पर सड़क जाम कर पुलिस से झड़प की।

पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए उन पर जमकर लाठियां भांजी। पुलिस का दावा है कि लाठीचार्ज में किसी को गंभीर चोटें नही आई वहीं सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि पुलिस के बर्बर लाठीचार्ज में कई प्रदर्शनकारी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

उन्होंने कहा कि लखनऊ के अलावा इटावा और कन्नौज में भी पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं पर लाठियां बरसाई हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मायावती के निर्देश पर पुलिस सपा कार्यकर्ताओं पर अत्याचार कर उनकी आवाज को दबाने का काम कर रही है। लेकिन सपा कार्यकर्ता भयभीत होने वाले नही हैं।

डीयू छात्रा की हत्या की गूंज संसद में भी


नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन हुए राधिका हत्याकांड का मामला अब संसद में जा पहुंचा है। हत्या होने के अगले ही दिन दिल्ली पुलिस द्वारा किये जाने वाले ’पब्लिक की सुरक्षा’ के दावों की धज्जियां उड़ा देने वाली इस घटना की गूंज अब संसद में सुनाई देने लगी है। देश की सर्वश्रेष्ट पुलिस का तमग़ा प्राप्त दिल्ली पुलिस की मुस्तैदी का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि छात्रा की हत्या को 24 घंटे बीत चुके हैं लेकिन अब तक दिल्ली पुलिस कातिल का सुराग तक नहीं ढूंढ नहीं पाई है।

इस बीच, इस मामले में न्याय की मांगे भी उठनी शुरु हो गई हैं। राधिका के साथ रामलाल आनंद कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं ने हत्या के विरोध में आज प्रदर्शन किया है। राधिका को इंसाफ दिलाने को लेकर छात्रों ने कॉलेज से लेकर इंडिया गेट तक प्रदर्शन किया है। छात्रों का नारा था हमें इंसाफ चाहिए, कातिल को अरेस्ट करो। इससे पहले गुस्साए छात्रों ने मंगलवार को रिंग रोड पर जाम भी लगाया था।

वहीं इसकी गूंज आज लोक सभा में भी सुनाई पड़ी। बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने दिल्ली में महिलाओं पर हो रहे अपराध के मामले को लोकसभा में उठाया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में अपराध चरम सीमा पर है और कानून-व्यवस्था सही नहीं है।

गौरतलब है कि 8 मार्च यानि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सुबह के 10 बजे धौलाकुआं के पास फुटओवर ब्रिज पर राधिका तंवर नाम की लड़की की सरेआम गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। गोली मारने के बाद बेखौफ अपराधी वहां से फरार होने में क़ामयाब रहा था। 22 वर्षीय राधिका दिल्ली युनिवर्सिटी के रामलाल आनंद कॉलेज में बीए सेकेंड ईयर की छात्रा थी। लड़की नारायणा गांव की रहने वाली थी।

नहीं टूटेगा गठबंधन, डीएमके-कांग्रेस का सीटों पर समझौता


नई दिल्ली : कांग्रेस-डीएमके के बीच खटास पैदा करने वाले तमिलनाडु के विधानसभा चुनावों की सीटों को लेकर दोनों पार्टियों में समझौता हो गया है। कांग्रेस नेता तथा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को डीएमके के केंद्रीय मंत्रियों एम. के. अझागिरी और दयानिधि मारन के साथ हुई मीटिंग में दोनों दलों में समझौता होने की घोषणा की।

क़रीब एक हफ़्ता चले इस ड्रामे के ज़रिए ’डीएमके’ पार्टी ने यूपीए गठबंधन को तोड़ने की धमकी देकर कांग्रेस के लिये ख़तरे की घंटी बजाने की पूरी कोशिशें की थीं। लेकिन डीएमके को अपना फ़ैसला बदलना पड़ा। आख़िरकार 13 अप्रैल को होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में कांग्रेस द्वारा मांगी गईं उसकी मनचाही 63 सीटें, डीएमके को छोड़नी पड़ीं।

ग़ुलाम नबी आजाद ने कहा, डीएमके और कांग्रेस नेताओं ने तय किया है कि कांग्रेस 63 सीटों पर चुनाव ल़डेगी। हम साथ ल़डेंगे और एक बार फिर राज्य में सरकार बनाने में सफल होंगे। डीएमके कांग्रेस को विधानसभा की 234 सीटों में से 63 सीटें देने के लिए तैयार हो गई है। मंगलवार को सीटों के बंटवारे पर सहमति की घोषणा से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर एक घंटे तक बैठक की गई। डीएमके और कांग्रेस को फिर से एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अझागिरी ने आजाद की बातों की पुष्टि की। लेकिन इस बारे में उन्होंने विस्तृत जानकारी नहीं दी।

उधर चेन्नई में पार्टी के करीब 3000 कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री करूणानिधि ने कहा कि गठबंधन के व्यापक हितों को देखते हुए उनकी पार्टी ने बलिदान किया है और कांग्रेस को अतिरिक्त सीटें देने के लिए तैयार हुई है। उन्होंने इसे "खुशी का दिन" बताया और भरोसा जताया कि जीत दर्ज करने के लिए गठबंधन के साथ नई ऊर्जा के साथ चुनाव लड़ा जाएगा। करूणानिधि ने कांग्रेस के लिए एक-एक सीट छो़डने के लिए अपनी दो प्रमुख सहयोगी पार्टियों पीएमके तथा इंडियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) की प्रशंसा की। साथ ही उन्होंने कांग्रेस और डीएमके के बीच दूरी पैदा करने की कोशिश करने पर मीडिया के एक वर्ग की आलोचना भी की। ज्ञात हो कि डीएमके ने पहले कहा था कि कांग्रेस द्वारा 13 अप्रैल को होने वाले चुनाव के लिए अपनी पसंद की 63 सीटों की मांग करना जायज नहीं है।

डीएमके के तीखे तेवर देखते हुए यूपीए चेयरमैन सोनिया गांधी ने भी अपनी ज़िद पर अड़ गईं थीं। कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने डीएमके अध्यक्ष करुणानिधि से साफ-साफ कह दिया था कि सरकार चाहे जाए या रहे वह अब डीएमके के आगे समर्पण नहीं करेंगी। सोनिया गांधी ने कहा कि वह डीएमके की गिरावट देख कर दंग हैं और अब डीएमके को ही उनकी बात माननी होगी।

डीएमके ने कांग्रेस पर दबाव बनाने के लिए हर चाल खेली थी। उसने अपने मंत्रियों को दिल्ली बुला कर इस्तीफा देने की नाटक खेला और एक ओर प्रणब मुखर्जी और मनमोहन सिंह से वार्ता भी चालू रखी। आखिरकार इतनी गिरावट देख कर सोनिया गांधी ने डीएमके से कहा कि उन्होंने देश की सबसे बड़ी रा्ट्रीय पार्टी की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाई है इसलिए अब आगे कोई समझौता नहीं होगा। डीएमके को कांग्रेस से रिश्ता रखना है तो उसे बात माननी ही होगी। सोनिया के इस अल्टीमेटम बाद डीएमके को अपने घुटने टेकने पर मजबूर होना पड़ा और इस कांग्रेस-डीएमके विवाद में कांग्रेस अध्यक्षा के स्वाभिमान की जीत हुई।

डीएमके ने विधानसभा चुनावों के लिए छह पार्टियों से समझौता किया है। उसने विधानसभा की 234 सीटों में से 113 सीटें अपने सहयोगियों को दिया है। डीएमके ने कांग्रेस को (63), केएमके को (7), वीसीके को (10), पीएमके को (30) और आईयूएमएल को (2) सीटें दी हैं।

अभी टीम इंडिया की एक हार बाक़ी है: धोनी


नई दिल्ली : हॉलैंड के खिलाफ मैच से ठीक पहले टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक सनसनीख़ेज़ बयान देकर सब को चौंका दिया है। क्रिकेट प्रेमियों समेत पूरे देशवासियों को चौंका देने वाले इस बयान का क्या मतलब निकाला जाए, ये तो धोनी ही बता सकते हैं। धोनी ने कहा "टूर्नामेंट में भारतीय टीम की एक हार होनी बाकी है, लेकिन वो आज का मैच नहीं हारना चाहते"

धोनी जानते हैं कि हॉलैंड के बाद बाकी दो मुकाबले दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज से होने हैं और उनमें से कोई टीम भारत के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है। लेकिन धोनी कम से कम कल का मैच जीतकर अपना विजय अभियान फिलहाल जारी रखना चाहते हैं।

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मंगलवार को कहा कि वह विश्व कप में खेल रही किसी भी टीम को कमजोर नहीं मानते। इस लिहाज से भारतीय टीम हॉलैंड के साथ बुधवार को होने वाले अपने चौथे मुकाबले के लिए उसी स्तर की तैयारी कर रही है, जिस स्तर की उसने इंग्लैंड से भिड़ने के लिए की थी।

हालांकि, धोनी किसी भी टीम को क़मज़ोर नहीं आंकते। "मैंने यह कभी नहीं कहा कि फलां टीम कमजोर है। हमें पता है कि विश्व कप में उलटफेर होते रहते हैं और हम 2007 में इसका शिकार हो चुके हैं। पिछले विश्व कप में कमजोर कही जाने वाली टीम से हारने वाली कोई टीम चार साल बाद किसी को भी कमजोर कहके कैसे नकार सकती है"

धोनी ने कहा कि उनके साथी हॉलैंड के साथ कोटला मैदान पर होने वाले मैच के लिए उसी स्तर की तैयारी कर रहे हैं, जिस स्तर की वे इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका या फिर वेस्टइंडीज के साथ खेलने के लिए करते हैं। हॉलैंड के साथ हमारा अगला मैच है, यह सोचकर हमने अपनी तैयारी की गम्भीरता के साथ समझौता नहीं किया है। हम जानते हैं कि यह मैच हमारे लिए कितना अहम है और यही कारण है कि हम इसे जीतने के लिए सबकुछ दांव पर लगा देना चाहते हैं।

दक्षिण अफ्रीका के साथ आगामी शनिवार को खेले जाने वाले महत्वपूर्ण मुकाबले से पहले भारतीय टीम के पास अपनी कमजोर कड़ियों को ठीक करने का एक अच्छा मौका है। धोनी की टीम हॉलैंड के साथ खेले जाने वाले ग्रुप-बी के अपने चौथे मैच के साथ आने वाली कठिन परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं।

गेंदबाजी, भारतीय टीम की सबसे कमजोर कड़ी के तौर पर उभरी है। खासतौर पर स्पिन विभाग बुरी तरह नाकाम साबित हुआ है। रविचंद्रन अश्विन को मौका ही नहीं मिला है जबकि हरभजन सिंह और पीयूष चावला ने निराश किया है। अनियमित गेंदबाज के तौर पर युवराज ने पांच विकेट लेकर इस विभाग को बिखरने के बचाया था।

यौन शोषण मामला, 21 पादरी निलंबित


न्यूयॉर्क: अमेरिका के फिलाडेल्फिया में 21 रोमन कैथोलिक पादरीयों को बच्चों के यौन शोषण मामले में जाँच के चलते निलंबित कर दिया गया हैं। यह निलंबन ‘ग्रांड जूरी’ की जाँच रिपोर्ट के बाद किया गया। इस मामले में 37 वर्तमान या पूर्व पादरियों की पहचान की है।

आर्कबिशप कार्यालय के मुताबिक 21 पादरियों को प्रशासनिक अवकाश पर भेजे जाने के साथ ही तीन अन्य के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई। इसके अलावा पाँच अन्य पादरियों को भी निलंबित किया जाना है लेकिन इनमें से एक पहले से ही अवकाश पर है। दो सक्रिय रूप से कार्यरत नहीं हैं तथा दो कहीं और काम कर रहे हैं। जिनके बारे में इनके वरिष्ठ पदाधिकारियों को सूचित कर दिया गया है।

उधर फिलाडेल्फिया के आर्कबिशप कार्डिनल जस्टिन रिगाली ने कल एक बयान में पादरियों द्वारा बच्चों के यौन शोषण को लेकर अपनी तरफ से खेद व्यक्त किया है।

तिहाड़ जेल:46 कैदियों में से 14 को जॉब प्लेसमेंट


नई दिल्ली: निजी कंपनियों और गैर सरकारी संगठनों की ओर से तिहाड़ जेल के 14 कैदियों को नौकरियों की पेशकश की गई है।

सजा के दौरान पेशेवर प्रशिक्षण हांसिल करने वाले इन कैदियों को नौकरी की पेशकश कैम्पस प्लेसमेंट के जरिए की गई है। जेल प्रशासन ने पिछले दिनों अच्छे बर्ताव, शैक्षिक योग्यता और सजा समाप्त होने की अवधि को ध्यान में रखते हुए जिन 43 कैदियों के नामों की छँटनी की थी जिनमें से 14 कैदियों को अब तक नौकरियों के पत्र मिल गये हैं।

गृह राज्य मंत्री गुरुदास कामत ने लोकसभा को लिखित जवाब में कहा है कि अन्य कैदियों के बारे में कंपनियाँ जेल प्रशासन को आने वाले समय में सूचित करेंगी।

कैम्पस प्लेसमेंट के जरिए इन कैदियों को चुनने वाली कंपनियों और एनजीओ में अग्रवाल पैकर्स एंड मूवर्स, प्रेडे सिक्योरिटी, एएसपी सीलिंग प्राडक्टस लिमिटेड, वेदांत फाउण्डेशन, क्रिएटिव इनोवेशन, गुड हाउस कीपिंग, जेआरए एंड एसोसिएटस, दिव्य ज्योति जागृति संस्थान, रिलेक्सो फुटवियर लिमिटेड शामिल हैं।

न्यूजीलैण्ड के हाथों पाकिस्तान की शर्मनाक हार



न्यूजीलैण्ड ने आज एक बड़े अंतर से पाकिस्तान पर जीत दर्ज करते हुए पाकिस्तान को 110 रन के हरा दिया। ग्रुप 'ए' में अभी तक अपराजेय रही शाहिद अफरीदी की टीम की यह पहली हार है। हालांकि पिछले मैच में कनाडा ने उसे 184 रन पर समेटकर खतरे की घंटी बजा दी थी लेकिन पाकिस्तान ने इससे कोई सबक नहीं लिया और दिशाहीन गेंदबाजी और बल्लेबाजी से न्यूजीलैंड का काम और आसान कर दिया।

पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज मोहम्मद हाफिज और अहमद शहजाद अच्छी शुरुआत नहीं दे सके और हाफिज दूसरे ही ओवर में आउट हो गये। इसके बाद 23 रन के स्कोर पर सात गेंद के अन्दर पाकिस्तान ने तीन विकेट गंवा दिए जिसमें शहजाद (10), यूनिस खान (0) और कामरान अकमल (8) नाकाम रहे।

फिर मिस्बा उल हक 31 गेंद पर केवल 7 रन देकर और उमर अकमल 58 गेंदो पर केवल 38 रन बनाकर आउट हो गये। टूर्नामेंट में गेंदबाजी के जलवे दिखा रहे कप्तान शाहिद अफरीदी ने भी अच्छी शुरुआत के बावजूद निराश किया और नौ गेंद पर दो चौकों और एक छक्के की मदद से 17 रन बनाने के बाद वह जैकब ओरम का शिकार हो गए। उनके आउट होने के बाद पाकिस्तान की हार लगभग साफ हो गई थी। उसके बाद एक अच्छी पारी खेलते हुए अब्दुल रज्जाक और उमर गुल ने 66 रन की साझेदारी की लेकिन टीम को मैच में नहीं लौटा सके। रज्जाक ने 74 गेंद में नौ चौकों की मदद से 62 रन बनाये लेकिन वें 42वें ओवर में स्काट स्टायरिस ने जैकब ओरम के हाथों आउट हो गये। उमर गुल 25 गेंद पर 34 और रहमान 10 गेंद पर केवल 1 ही रन बना पाये।

गौरतलब है कि न्यूज़ीलैंड़ ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 302 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया था। रास टेलर के नाबाद 130 रनों की बदौलत न्यूज़ीलैंड़ 300 रनों का आंकड़ा पार करने में सफ़ल रही। न्यूज़ीलैंड़ के बल्लेबाज़ रास टेलर ने ये आक्रामक पारी खेलकर आज अपने जन्मदिन का शानदार जश्न मनाया। रास टेलर ने अपनी पारी में 8 चौके और 7 ताबड़तोड़ छक्के लगाए। टेलर की बदौलत ही आख़िरी ओवरों में न्यूज़ीलैंड की टीम तेज़ी से रन बना सकी और एक बड़े अंतर से पाकिस्तान से जीत गयी।

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