
लखनऊ : नई दिल्ली से लखनऊ पहुंचे समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के पुत्र एवं सांसद अखिलेश यादव को अमौसी हवाई अड्डे पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। पार्टी प्रवक्ता अशीष यादव ने बताया, "अखिलेश को आज सुबह यहां गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें सीधे जेल भेज दिया गया है।" सपा सांसद अखिलेश यादव संसद के सत्र में हिस्सा लेने के लिए नई दिल्ली में थे।
अखिलेश ने कहा, "राज्य सरकार तानाशाही तरीके से काम कर रही है. मेरी गिरफ्तारी से भी यह बात साफ हो जाती है. हम इस तानाशाही अंदाज का विरोध करते रहेंगे, लोकतांत्रिक मूल्यों में भरोसा न करने वाली मायावती सरकार के इस दमनात्मक रवैए के खिलाफ हम हर लड़ाई लड़ेंगे चाहे राज्य सरकार हम पर कितने ही अत्याचार क्यों न कर ले।
लखनऊ में एक वरिष्ठ पुलिस उप महानिरीक्षक डीके ठाकुर ने कहा, "राज्य की राजधानी में निषेधाज्ञा लागू है, अखिलेश प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी बहुजन समाज पार्टी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने जा रहे थे। प्रदर्शन में हिस्सा लेने से पहले उन्हें गिरफ्तार किया गया।" अखिलेश की गिरफ्तारी के बाद पार्टी के बहुत से कार्यकर्ता हजरतगंज में जमा हो गए और उन्होंने अपना विरोध दर्ज कराया. उन्हें तितर बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए।
सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने अखिलेश की गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताते हुए कहा कि हमारे नेता कोई कानून तोड़ने नहीं जा रहे थे, उनका पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने का कार्यक्रम था। यहां कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद उन्हें अपने संसदीय क्षेत्र कन्नौज जाना था। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी नागरिक अधिकारों पर कुठाराघात है।
ग़ौरतलब है कि सपा ने मायावती सरकार के खिलाफ गत सात मार्च से तीन दिवसीय 'बसपा हटाओ, प्रदेश बचाओ' अभियान चला रखा है। प्रदेश के विभिन्न इलाकों में तीसरे दिन यानी बुधवार को भी सपाइयों का प्रदर्शन जारी रहा। राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाकर प्रदर्शन कर रहे सपा कार्यकर्ताओं ने राजधानी के हजरतगंज चौराहे पर उन्हें जुलूस निकालने से रोके जाने पर सड़क जाम कर पुलिस से झड़प की।
पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए उन पर जमकर लाठियां भांजी। पुलिस का दावा है कि लाठीचार्ज में किसी को गंभीर चोटें नही आई वहीं सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि पुलिस के बर्बर लाठीचार्ज में कई प्रदर्शनकारी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
उन्होंने कहा कि लखनऊ के अलावा इटावा और कन्नौज में भी पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं पर लाठियां बरसाई हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मायावती के निर्देश पर पुलिस सपा कार्यकर्ताओं पर अत्याचार कर उनकी आवाज को दबाने का काम कर रही है। लेकिन सपा कार्यकर्ता भयभीत होने वाले नही हैं।
No comments:
Post a Comment