
अमृतसर - कॉमनवेल्थ गेम्स दिल्ली-2010 की क्वींस बैटन मशाल वाघा बार्डर के जरिए भारत पहुंच गई हैं । भारतवासी अपनी पलकें बिछाए मशाल का इंतज़ार कर रहे थे और इसके मुताबिक़ क्वींस बैटन मशाल का ज़ोरदार स्वागत भी किया गया । इस मशाल को सुशील कलमाडी को सौंपा गया ।
अमृतसर के लोग इस मशाल का उनकी धरती पर पहुंचना बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं। यही कारण है कि नगर में देश के विभिन्न हिस्सों से मंत्री, नेता व खिलाड़ी पहुंच थे।कल देर शाम विदेश राज्य मंत्री परनीत कौर अमृतसर पहुंचीं। इस मौके पर परनीत कौर ने कहा कि भारत और पाक के बीच संबंध बेहतर करने में खेलों की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी।
19वीं राष्ट्रमंडल खेलों की मशाल का पाकिस्तान से अटारी के रास्ते भारत में प्रवेश हुआ । सुबह 9.30 बजे राष्ट्रमंडल खेलों की मशाल पाकिस्तान से अटारी सरहद से अमृतसर पहुंची। अमृतसर पहुंचने पर सेना के बैंड की ओर से देश भक्ति की धुनों से उनका भव्य स्वागत किया गया। इस मशाल को भारतीय ओलपिंक एसोसिएशन के प्रधान और सांसद सुरेश कलमाड़ी की ओर से भारत और पंजाब के प्रसिद्ध खिलाड़ियों के सुपर्द कर दिया गया। यह खिलाड़ी क्वींस बैटन को अमृतसर में लेकर आएंगे और यहां के प्रमुख मार्गो और स्थानों पर आम जनता को देखने के लिए लाया जाएगा । इस अवसर पर पंजाब और हरियाणा के कलाकारों की ओर से सभ्याचारक कार्यक्रम भी पेश किया गया।
: न्यूज़लाइन एजेंसीज़
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