
मुंबई : शिव सेना अध्यक्ष बाला साहब ठाकरे ने भारतीय मुसलमानों के पक्ष में बयान देकर शायद एक अनोखी बहस को जन्म दे दिया है। ठाकरे के मुताबिक़, वह कभी भी भारतीय मुसलमानों के विरोधी नहीं रहे बल्कि उनका विरोध तो देश के बाहर के मुसलमानों के खिलाफ रहा है। उन्होंने कहा कि वे तो उनके खिलाफ हैं जो घुसपैठिए हैं और भारत का माहौल खराब कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और बांगलादेश से बड़े पैमाने पर मुस्लिम भारत में घुसपैठ करते हैं। साथ ही ठाकरे ने ये भी कहा कि जो भारतीय मुस्लिम इन घुसपैठियों की मदद करते हैं, वे भी उतने ही दोषी हैं।
शिव सेना के मुखपत्र सामना में छपे ठाकरे के इंटरव्यू के दूसरे हिस्से के मुताबिक ठाकरे की भारतीय मुसलमानों से न तो कोई शिकायत है और न ही बैर। उन्होंने कहा कि उनकी शिकायत तो उन मुसलमानों से है जो बाहर से आए हैं और देश में समस्याएं पैदा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'मुझे उन मुसलमानों से कोई शिकायत नहीं है जो पीढ़ी दर पीढ़ी से यहां रह रहे हैं। मेरी शिकायत उनसे है जो देश में घुस आए हैं। उन्हें देश से बाहर किया जाना चाहिए।' दरअसल, ठाकरे पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए मुसलमानों का जिक्र कर रहे थे।
उन्होंने कहा, 'वे यहां आते हैं और देश के मुसलमानों को उकसाते हैं। महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में ऐसे तत्व बाहर से आए हैं और कोंकणी मुसलमानों को प्रभावित कर रहे हैं और उन्हें बर्बाद कर रहे हैं।'
इसके अलावा, सोमवार को छपे इंटरव्यू के पहले भाग में ठाकरे ने कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की राजनीतिक समझ के मामले में उनकी सास इंदिरा गांधी से कोई तुलना नहीं की जा सकती। ठाकरे के सोनिया गांधी को निशाने पर लेने से, कांग्रेसी भड़क गए हैं।
ठाकरे के अनुसार सोनिया गांधी ने देश के लिए कुछ नहीं किया है। उनकी इंदिरा गांधी से कोई तुलना नहीं की जा सकती। इंदिरा गांधी की राजनीतिक समझ उनसे काफी बेहतर थी। बड़े बड़े लोगों से मुलाकात और बैठकों के बाद इंदिरा गांधी राजनीति में आईं थीं। उनकी राजनीति को जो खाद पानी मिला था, वो काफी अलग था। सोनिया गांधी में वह बात नहीं है।
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