
मीरपुर (ढाका)। बांग्लादेश के कप्तान का टास जीतकर पहले गेंदबाज़ी करना उनकी टीम के लिये बेहद ही ख़तरनाक साबित हुआ। शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में भारत और मेजबान टीम बांग्लादेश के बीच खेले जा रहे विश्वकप से पहले मुकाबले में टीम इंडिया ने धमाकेदार शुरूआत की है। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत ने 4 विकेट के नुक़सान पर 370 रनों का हिमालयाई स्कोर खडा कर दिया है। भारत के इस स्कोर में विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग ने अहम किरदार अदा किया। सहवाग ने महज़ 140 गेंदों में 175 रन बनाए।
कोहली ने नाबाद 100 रन बनाए। सचिन-सहवाग की जोडी ने भारत को मज़बूत शुरूआत दी थी लेकिन मास्टर ब्लास्टर ज़्यादा देर नहीं टिक सके और 28 रन बनाकर रन आउट हो गये। फिर सहवाग का साथ देने आए गौतम गंभीर ने तेज़ी से रन बनाने जारी रखे लेकिन वो भी लंबी पारी नहीं खेल सके और 39 रन बनाकर मेहमूदुल्लाह की गेंद पर बोल्ड हो गये।
आज के मैच में सहवाग की जितनी तारीफ़ की जाए उतनी ही कम है। सहवाग पर लगातार लंबी पारी खेलने का दबाव बन रहा था क्योंकि वो पारी की धमाकेदार शुरूआत करके ज़्यादा देर तक नहीं टिक पाते थे। लेकिन आज, सहवाग देशवासियों की मांग पर खरे उतरे हैं। बस सहवाग को इस बात का ज़रूर अफ़्सोस रहेगा कि वो आज २०० रनों तक नहीं पहुंच सके।
सहवाग के अलावा कोहली ने भी आक्रामक खेलते हुए महज़ 83 गेंदों में 8 चौकों और 2 छक्कों की मदद से नाबाद 100 रन बनाए। सहवाग ने 94 गेंदों में 9 चौके और एक छक्के की मदद से अपना शतक पूरा किया। सहवाग और कोहली के बीच तीसरे विकेट के लिये 203 रनों की साझेदारी हुई। बांग्लादेश के गेंदबाज़ों के पास भारतीय बल्लेबाज़ी का कोई जवाब नहीं बन पाया और सभी गेंदबाज़ बेहद बेबस नज़र आए। बाग्लादेश की ओर से शफ़ी उल इस्लाम, शकिब अल हसन, और मेहमूदुल्लाह, इन तीनों गेंदबाज़ों ने 1-1 विकेट मिला।
इसके साथ आज सचिन ने बांग्लादेश के खिलाफ मैच में उतरते ही श्रीलंका के सनथ जयसूर्या का सर्वाधिक वनडे खेलने का रिकार्ड भी तोड दिया। ये सचिन का 445 वां मैच है। जयसूर्या ने 444 वनडे मैचों में अपना जलवा बिखेरा है। साथ में सचिन ने वर्ल्डकप खेलते ही पाकिस्तान के जावेद मियांदाद के सर्वाधिक वर्ल्डकप खेलने के रिकार्ड की बराबरी कर ली।
No comments:
Post a Comment