
गाजियाबाद - अब एक बार फिर पंचायत ने अपना तालिबानी फरमान सुनाकर कानून की धज्जियां उड़ा दी हैं। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में एक शादी-शुदा जोड़े को पंचायत ने भाई-बहन बनने का आदेश दे दिया है। और ऐसा न करने पर उन्हें गांव से बेदखल करने का भी फरमान सुनाया गया है।
इस संबंध में कोर्ट के सख्त रुख को देखते हुए पुलिस ने पंचायत को चेतावनी भी दी थी लेकिन सारे नियम कायदे को ताक पर रखकर पंचायत ने एक ही गोत्र में शादी करने वाले जोड़े को बीच मझदार में ला खड़ा कर दिया है। गाजियाबाद के सुधीर ने अपने ही गांव की एक लड़की से प्यार होने के बाद आज से करीब डेढ़ साल पहले भागकर शादी कर ली थी। लेकिन कुछ दिन पहले ही पंचायत को इस बात की जानकारी मिली और आनन-फानन में पंचायत बुलाकर पति-पत्नी को भाई-बहन बनाते हुए लड़के के परिवार को गांव से भागने का आदेश दे डाला।
तुगलकी फरमान में पंचायत ने यह शर्त रखी कि लड़की-लड़के के परिवार गांव में तभी रह सकते हैं जबकि ये दोनों एक दूसरे को भाई-बहन बना लें। ऐसा न करने पर दोनों परिवार को गांव छोड़कर जाना होगा। इस बात की भनक जब पुलिस को लगी तो उसने जोड़े को सुरक्षा देने के लिए गांव में डेरा जमा दिया। हालांकि लड़की का परिवार पंचायत के दहशत से गांव छोड़कर दूसरी जगह जा चुका है।
अब लड़की कोर्ट में यह बयान देगी कि उसने किसी दबाव में नहीं बल्कि अपनी मर्जी से शादी की है। लेकिन सवाल यह उठता है कि कोर्ट के बार-बार दिशा-निर्देश के बाद भी पंचायतों के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है । ज़ाहिर है कि पंचायत के लिये कोर्ट का आदेश कोई मायने नहीं रखता |
: न्यूज़लाइन ब्यूरो
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