
नई दिल्ली : अब तक के सबसे बड़े 2-जी स्पेक्ट्रम घोटाले की आंच एनसीपी अध्यक्ष और केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार जा पहुंची है। सीबीआई से पूछताछ के दौरान नीरा राडिया ने शरद पवार का नाम लिया है। एक अंग्रेज़ी अख़बार ने इस ख़बर की पुष्टि की है। पहले ही विवादों में घिरे शरद पवार के लिये यह बात नई मुश्किल खड़ी कर सकती है।
एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक कारपोरेट लाबिस्ट नीरा राडिया ने शरद पवार का नाम लिया है। अखबार के मुताबिक नीरा राडिया ने टेप मामले में पूछताछ के दौरान जो बयान सीबीआई के सामने दिया था उसे 2-जी घोटाले की चाजर्शीट में शामिल करके कोर्ट के सामने रखा गया है।
राडिया ने यह भी कहा है कि उन्होंने ये आरोप डिबी रियल्टी से जुड़े दो अहम लोगों शाहिद बलवा और विनोद गोयनका की पवार से नजदीकियों को देखते हुए लगाए हैं। हालाकि शरद पवार इस बात से इनकार कर चुके हैं कि उनका डीबी रियल्टी ग्रुप के साथ कोई लेना देना है लेकिन विनोद गोयनका ने मराठा नेता के साथ पारिवारिक रिश्ते की बात कही है।
नीरा राडिया ने सीबीआई से कहा है कि हो सकता है कि कृषि मंत्री शरद पवार का विवादास्पद डीबी रियल्टी पर नियंत्रण हो और उन्होंने स्वान टेलीकॉम को स्पेक्ट्रम और लाइसेंस दिलाने के लिए पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा से पैरवी की हो हालाकि राडिया ने यह भी साफ किया है कि इन आरोपों को साबित करने के लिए उनके पास किसी तरह का सबूत नहीं है।
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