
नई दिल्ली: 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले के मामले में सीबीआई ने दिल्ली की एक अदालत में अपना पहला आरोपपत्र दायर किया और पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा को अदालत लाया गया।
लगभग 80,000 पृष्ठों का आरोपपत्र को स्टील के सात ट्रंकों में पटियाला हाउस अदालत लाया गया। इस आरोपपत्र में तीन कंपनियों का नाम भी जुड़ा है। इन तीन कंपनियों में यूनिटेक, रिलायंस कम्युनिकेशंस और स्वान टेलीकॉम का नाम शामिल किया गया है। ए राजा और तीन कंपनियों समेत नौ लोगों के खिलाफ यह आरोपपत्र दायर किया गया।
आरोपपत्र में 125 गवाहों के नाम और 654 दस्तावेज शामिल किए गए। एडीएजी के अधिकारियों में गौतम दोषी, वीरेंद्र तितारा और हरि नायर, स्वान टेलीकॉम के निदेशक विनोद गोयनका और यूनिटेक वायरलैस के निदेशक संजय चंद्रा का नाम शामिल है।
आरोपपत्र में नौ व्यक्तियों और तीन कंपनियों पर भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के तहत और भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश का आरोप है। इतना ही नहीं आरोपपत्र में राजा के निजी सचिव आरके चंदोलिया, पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा और स्वान टेलीकॉम के प्रचारक शाहिद बलवा का नाम भी शामिल है।
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