
पिछले काफ़ी समय से भारत की ओर ख़ास नज़र किये हुए अमेरिका ने अब भारत के बाज़ार की दुनिया के भरोसेमंद बाज़ारों में गिनती की है। अपने देश में सालाना बजट प्रस्ताव भेजते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने सांसदों से ख़िताब करते हुए भारत को विश्व के सबसे महत्वपूर्ण उभरते हुए और भरोसेमंद बाजारों में से एक माना है।
ओबामा प्रशासन के सालाना बजटीय प्रस्ताव के मुताबिक, ‘भारत में अमेरिकी कंपनियों के पास अपने उत्पादों और सेवाओं को विस्तार देने का प्रचुर अवसर उपलब्ध है।’
व्हाइट हाउस के बजटीय प्रस्ताव के मुताबिक, ‘नवंबर में राष्ट्रपति की भारत यात्रा के इतर जिन कारोबारी लेनदेन की घोषणा की गई थी, उनका कुल मूल्य 14.9 अरब डॉलर था। इसमें अमेरिकी निर्यात 9.5 अरब डॉलर का होगा, जिससे रोजगार के 53,670 अवसर निर्मित होंगे।
प्रस्ताव के मुताबिक़, दोनों देशों के बीच होने वाले इस सार्वजनिक और निजी सहयोग के ज़रिये भारत-अमेरिका सामरिक भागीदारी मजबूत होगी और दोनों देशों की आर्थिक वृद्धि तथा विकास में मदद भी मिलेगी। ओबामा प्रशासन के बजटीय प्रस्ताव के अनुसार, जिन क्षेत्रों में विकास होगा उनमें व्यावसायिक और सैन्य विमानों, गैस तथा स्टीम टरबाइन की बिक्री शामिल है।
बजटीय प्रस्ताव कहता है कि चीन, भारत तथा अन्य विकासशील देशों की उभरती अर्थव्यवस्थाओं को शामिल कर जो विश्व बाजार उभरा है, वह अमेरिका को नए उपभोक्ताओं तक सामानों तथा सेवाओं को निर्यात करने का अवसर प्रदान करता है।
ओबामा के बजट प्रस्ताव के मुताबिक नसीहत दी गई है कि, विश्व के 95 फीसदी उपभोक्ता और तेजी से उभरते बाजार देश की सीमाओं के बाहर होने के चलते हमें हमारे आर्थिक विकास तथा रोजगार निर्माण की ओर से आक्रामक तरीके से ध्यान देना चाहिए।
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