
काठमांडो : नेपाल में झालानाथ खनाल ने देश की बागडोर संभाल ली है। सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष झालानाथ खनाल को देश का नया प्रधानमंत्री चुन लिया गया है। कल शाम नेपाल की संसद में इसकी इसकी घोषणा की गई। गौरतलब है कि पिछले साल जून में सरकार के इस्तीफे के बाद संसद में किसी को प्रधानमंत्री चुने जाने के लिए बहुमत नहीं मिला था।
प्रधानमंत्री पद के लिए गुरूवार शाम हुए चुनाव में खनाल ने अपने प्रतिद्वंद्वियो नेपाली कांग्रेस के रामचंद्र पौडेल और मधेशी जनाधिकार फोरम (लोकतांत्रिक) के अध्यक्ष विजय कुमार गच्छादर को पराजित किया। खनाल को 601 में से 368 वोट मिले। खनाल के स्पष्ट बहुमत मिलने का एक कारण यह भी रहा कि माओवादी पार्टी के प्रमुख पुष्प कमल दहल प्रचंड ने अपनी दावेदारी वापस लेते हुए उन्हें समर्थन दिया। खनाल के प्रतिद्वंद्वियों नेपाली कांग्रेस के रामचंद्र पौडेल को 22 और मधेशी जनाधिकार फोरम (लोकतांत्रिक) के विजय कुमार गच्छादर को मात्र 67 मत मिले। संसद अध्यक्ष सुभाष नेमवांग ने गुरुवार शाम को नेपाली संसद में झालनाथ खनाल को बहुमत की घोषणा की।
प्रचंड ने मतदान से पूर्व अंतिम क्षणों में सबको चौंकाते हुए खुद को प्रधानमंत्री पद की दौड से अलग कर लिया। उन्होंने दो वर्ष पहले अपनी सरकार के पतन के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया था। झालनाथ खनाल के प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद फ़िलहाल नेपाल में राजनीतिक संकट खत्म होने की संभावना है।
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