
भोपाल गैस कांड पर उठा राजनैतिक तूफ़ान मानो थमने का नाम ही नही ले रहा है।
राजीव गांधी सरकार के दौरान विदेश सचिव रह चुके एम के रसगोत्रा के अनुसार पी वी नरसिंह राव, वारेन एंडर्सन पर खासे मेहरबान थे।
उन्होने कहा कि राव से उनकी सांकेतिक बात हुई थी, और उन्होने एंडर्सन को सेफ़ पैसेज देने की सिफ़ारिश की थी। रसगोत्रा ने ये खुलासा एक निजी टी वी में साक्षात्कार के दौरान किये।
उनके मुताबिक, राजीव गांधी दिल्ली में नही थे, और गृह मंत्रालय काफ़ी चिंतित था, कि एंडर्सन को कैसे भगाया जाये।
उन्होंने यह भी बताया, ‘अमेरिकी मिशन के पूर्व उपाध्यक्ष गॉर्डन स्ट्रीब ने कहा कि एंडरसन भारत आना चाहता है और इस दुखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त करना चाहता है, लेकिन वह तभी आएगा, जब उसे सुरक्षित निकलने की गारंटी दी जाए। रसगोत्रा ने कहा, मैं गारंटी नहीं दे सकता। मुझे संबंधित अधिकारियों से बात करनी होगी। उसके बाद आपसे बात करूंगा। रसगोत्रा ने कहा कि उस परिस्थिती को देखते हुए एन्डर्सन की मांग नाजायज़ भी नही थी, वह उस त्रासदी से सच में विचलित था, और अपनी संवेदना प्रकट करना चाहता था।

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