
पिछले काफ़ी समय से विदेशों में जमा काले धन की वापसी के मामले में हुई ग़लती के कारण अब भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने यूपीए की चेयरमैन सोनिया गांधी से माफ़ी मांगी है। आडवाणी ने एक पत्र लिखकर, पार्टी की तरफ से सोनिया गांधी और राजीव गांधी के नाम पर विदेश में बैंक अकाउंट होने संबंधी आरोप पर माफी मांगी है।
गौरतलब है कि भाजपा ने अपनी पार्टी के स्तर पर चार सदस्यों का एक जांचदल बनाया था जो विदेशों में गुप्तरूप से जमा कालेधन के बारे में खुलासा करने के लिये काम कर रहा था। और इस दल द्वारा काले धन को वापस लाने के सुझाव भी दिये जाने थे। बीजेपी द्वारा गठित किये गये इस जांच दल ने सोनिया गांधी और राजीव गांधी का स्वीस बैंक में अकाउंट होने का खुलासा आरोप लगाया था।
सूत्रों के अनुसार इस आरोप का जवाब देते हुए सोनिया गांधी ने लिखा है कि न तो उनके और न ही उनके पति के नाम से कोई बैंक अकाउंट है। सोनिया गांधी द्वारा पत्र से जवाब मिलने के बाद आडवाणी ने जांच रिपोर्ट में उनका नाम आने पर खेद जताया।
इस कार्यदल के सदस्य, एस गुरुमुर्ति, पूर्व आइबी डाइरेक्टर अजीत देवोल, प्रो. आर. वदियानाथन और महेश जेठमलानी थे। इनके रिपोर्ट के मुताबिक करीब 25 लाख करोड़ रुपये का कालाधन स्वीस बैंक में जमा है। पहली फरवरी को एनडीए नेताओं ने 'इंडियन ब्लैक मनी अब्रॉड इन सीक्रेट बैंक एंड टैक्स हेवन' नाम से एक बुकलेट रिलीज की थी। जिसमें सारी जानकारी दी गई थी।
आडवाणी ने खेद जताते हुए कहा कि सोनिया गांधी अगर पहले ही इस बात की जानकारी दे देतीं कि उनका या उनके पति का विदेश में अकाउंट नहीं है तो मैं ऐसा कोई बयान ही नहीं देता।
No comments:
Post a Comment