
गोरखपुर : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एंव सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने प्रदेश में बढ़ रहे अपराध एंव भ्रष्टाचार पर अपनी चिंता ज़ाहिर की है। मुलायम ने मायावती सरकार के खिलाफ हल्ला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में मिस्र जैसे हालात पैदा करने की जरूरत है। इससे प्रदेश में तानाशाह की तरह बैठी मायावती को प्रदेश छोड़ने पर मजबूर होकर भागना पड़ेगा। मुलायम ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में आयोजित सातवें प्रांतीय कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान ये बातें कहीं। उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं से १ से 3 मार्च तक सरकारी कामकाज बंद करने का आहवान किया। पर सपा इस आंदोलन के दौरान हिंसा का सहारा नहीं लेगी।
मुलायम ने तीन दिनों तक सरकारी दफ्तरों पर सपाई कर्फ्यू का ऐलान किया। कहा कि प्रदेश में इस समय जैसे हालात हैं, वैसे इमरजेंसी के समय भी नहीं थे। अब समय आ गया है कि हिंदुस्तान को बचाने के लिए नौजवानों को सड़क पर आना होगा। यदि नौवजवान ठान लें, तो उत्तर प्रदेश में भी मिस्त्र जैसी क्रांति हो सकती है और यहां कि तानाशाह सरकार से निजात मिल सकती है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामआश्रेय कुशवाहा ने आरोप लगाते हुए कहा कि मिस्त्र के राष्ट्रपति होस्नी मुबारक की तरह ही मायावती भी सिर्फ पैसा कमाने पर ध्यान दे रही हैं। राज्य के सभी दफ्तर पैसा कमाने का अड्डा बन चुके हैं जहां बिना रिश्वत लिए किसी भी तरह का कोई काम नहीं किया जा रहा है। भारत किसानों का देश है, फिर भी यहां किसानों का सबसे ज़्यादा शोषण हो रहा है। यह अन्नदाता है, फिर भी इसका पेट खाली है। यहां की हालत इतनी बदतर हो चुकी है कि मजबूर किसान आत्महत्याएं कर रहे है।
मुख्यमंत्री के द्वारा किये जा रहे महिलाओं की सुरक्षा के लाख दावों के बावजूद राज्य में महिलाओं की हालत सबसे दयनीय है। रोजाना ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जहां बलात्कार के बाद यो तो महिलाओं की हत्या कर दी गई या फिर उन्होंने खुद ही शर्म के मारे आत्महत्या कर ली। बसपा सरकार के मंत्रियों और विधायकों के रिश्तेदारों ने प्रदेश भर में अराजकता फैला रखी है जिसके खिलाफ समाजवादी पार्टी 1 से 3 मार्च तक राज्यभर में सरकारी कार्यालयों में अहिंसक प्रदर्शन करेगी। पार्टी प्रशासनिक अधिकारियों को मारेगी नहीं लेकिन उन्हें काम भी नहीं करने देगी। इस आंदोलन से जनता को जोड़ा जाएगा। यह आंदोलन मिस्त्र की क्रांति से कम नहीं होगा। जिस समय देश की सभी पार्टियां चाहें कांग्रेस हो या बसपा सरकारें बचाने में लगी हैं उस समय हम राष्ट्र को बचाने के लिए क्रांति कर रहे हैं जिसमें हमें क्रांतिकारी युवाओं का पूरा सहयोग मिलेगा।
मुलायम ने तीन दिनों तक सरकारी दफ्तरों पर सपाई कर्फ्यू का ऐलान किया। कहा कि प्रदेश में इस समय जैसे हालात हैं, वैसे इमरजेंसी के समय भी नहीं थे। अब समय आ गया है कि हिंदुस्तान को बचाने के लिए नौजवानों को सड़क पर आना होगा। यदि नौवजवान ठान लें, तो उत्तर प्रदेश में भी मिस्त्र जैसी क्रांति हो सकती है और यहां कि तानाशाह सरकार से निजात मिल सकती है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामआश्रेय कुशवाहा ने आरोप लगाते हुए कहा कि मिस्त्र के राष्ट्रपति होस्नी मुबारक की तरह ही मायावती भी सिर्फ पैसा कमाने पर ध्यान दे रही हैं। राज्य के सभी दफ्तर पैसा कमाने का अड्डा बन चुके हैं जहां बिना रिश्वत लिए किसी भी तरह का कोई काम नहीं किया जा रहा है। भारत किसानों का देश है, फिर भी यहां किसानों का सबसे ज़्यादा शोषण हो रहा है। यह अन्नदाता है, फिर भी इसका पेट खाली है। यहां की हालत इतनी बदतर हो चुकी है कि मजबूर किसान आत्महत्याएं कर रहे है।
मुख्यमंत्री के द्वारा किये जा रहे महिलाओं की सुरक्षा के लाख दावों के बावजूद राज्य में महिलाओं की हालत सबसे दयनीय है। रोजाना ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जहां बलात्कार के बाद यो तो महिलाओं की हत्या कर दी गई या फिर उन्होंने खुद ही शर्म के मारे आत्महत्या कर ली। बसपा सरकार के मंत्रियों और विधायकों के रिश्तेदारों ने प्रदेश भर में अराजकता फैला रखी है जिसके खिलाफ समाजवादी पार्टी 1 से 3 मार्च तक राज्यभर में सरकारी कार्यालयों में अहिंसक प्रदर्शन करेगी। पार्टी प्रशासनिक अधिकारियों को मारेगी नहीं लेकिन उन्हें काम भी नहीं करने देगी। इस आंदोलन से जनता को जोड़ा जाएगा। यह आंदोलन मिस्त्र की क्रांति से कम नहीं होगा। जिस समय देश की सभी पार्टियां चाहें कांग्रेस हो या बसपा सरकारें बचाने में लगी हैं उस समय हम राष्ट्र को बचाने के लिए क्रांति कर रहे हैं जिसमें हमें क्रांतिकारी युवाओं का पूरा सहयोग मिलेगा।
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