
अहमदाबाद : वर्ल्डकप के ग्रुप ए मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने जिम्बाब्वे के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट गंवाकर 262 रनों का स्कोर खडा किया। ज़िम्बाबवे ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों को बांधे रखा और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों को बडा स्कोर नहीं खडा करने दिया। टीम में अनुभवी खिलाडी ना होने के बावजूद ज़िम्बाबवे ने विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज़ों को रन जुटाने के लिये कडे प्रयास कराए जिसके लिये उनकी जितनी तारीफ़ की जाए उतनी कम है।
यूं तो आस्ट्रेलिया ने ठोस शुरूआत की लेकिन रन गति बेहद धीमी रही। आस्ट्रेलिया का पहला विकेट विकेटकीपर बल्लेबाज ब्रैड हैडिन के रूप में गिरा जो पी उत्सेया का शिकार बने।
ज़िम्बाबवे की किफ़ायती गेंदबाज़ी का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि ब्रैड हैडिन ने 66 गेंदों पर 29 रन बनाए। आस्ट्रेलिया की ओर से सलामी बल्लेबाज़ शेन वाटसन ने 92 गेंदों पर 79 रन बनाए। इनके अलावा माइकल क्लार्क ने तेज़ी से खेलते हुए 4 चौकों की मदद से 55 गेंदों पर नाबाद 58 रन बनाए। जिसकी वजह से आस्ट्रेलिया टीम एक सम्मानजनक स्कोर बनाने में क़ामयाब हो सकी। कप्तान पोंटिंग केवल 28 रन बना सके और रन आउट हो गये।
ज़िम्बाबवे की ओर से सी मपोफ़ु ने 58 रन देकर 2 बल्लेबाज़ों को आउट किया। जबकि प्राइस, उत्सेया और क्रीमर ने बहुत किफ़ायती गेंदबाज़ी की और तीनों गेंदबाज़ों ने 1-1 विकेट भी लिया। ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि कम अनुभवी ज़िम्बाबवे के सामने आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ पहाड जैसा स्कोर खडा कर देंगे। लेकिन कम अनुभव होने के बावजूद ज़िम्बाबवे के गेंदबाज़ों ने बेहद उम्दा प्रदर्शन किया। अब देखना ये है कि ज़िम्बाबवे की टीम बल्लेबाज़ी में भी कोई कमाल कर पाती है या नहीं ?
No comments:
Post a Comment