दुनिया की पहली इलेक्ट्रिक सुपर कार इंग्लैंड में तैयार हो चुकी है जिसका नाम नेमेसिस रखा गया है। नेमेसिस को बनाने पर वहां के एक रईस डेल विंस ने दस लाख पाउंड (सात करोड़ बीस लाख रुपए) खर्च किए हैं। यही नहीं महज साढ़े सात सेकेंड में 160 किलोमीटर की स्पीड पकड़ना नेमेसिस को सबसे अलग बनाता है। साथ ही एक बार चार्ज कराने के बाद यह कार 160 से 240 किलोमीटर तक चल सकती है।
इस कार को विकसित करने के लिए ब्रिटिश सरकार ने चार लाख पाउंड दिए। इस बात को लेकर की काफी आलोचना हो रही है। अब इसके बाद कंपनी का इरादा एक ट्रैक्टर बनाने का भी है।
इस कार को बनाने के लिए 48 वर्षीय डेल ने कई इंजीनियरों को काम पर लगाया था। ये इंजीनियर मैकलारेन जैसी कारों के निर्माण में भी लगे थे। डेल ग्लुसस्टर स्थित विंड एनर्जी कंपनी इकोट्रिसिटी के फाउंडर हैं। उन्होंने इस ग्रीन कार को बनाने का सपना देखा और इसमें अपने पैसे और ताकत झोंक दी। यह 330 बीएचपी कार सिर्फ बिजली से चलती है और इसे विंड मिलों से तैयार बिजली दी जाती है। इसकी अधिकतम स्पीड भी 216 किलोमीटर प्रति घंटा है और इस स्पीड को बढ़ाने की कोशिशें हो रही हैं। इतना ही नहीं इस कार में 96 लिथियम बैटरियां लगी हुई हैं, और इसे लोटस कार की बॉडी पर बनाया गया है।
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