
अलगाववादियों के प्रस्तावित मार्च के पहले तनावपूर्ण स्थिति होने की आशंका को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने शुक्रवार को पूरे श्रीनगर ज़िले में कर्फ़्यू लगा दिया। दक्षिण कश्मीर के कर्फ़्यूग्रस्त इलाक़ों में भी कोई ढिलाई नहीं दी गई है। शहर में कल महिला अलगाववादियों के एक संगठन की कार्यकर्ताओं ने कर्फ़्यू तोड़ कर पाथेर मस्जिद तक जाने का प्रयास किया था, जिसे सफल नहीं होने दिया गया था। इसके बाद शहर में आज पूरी रात प्रदर्शन हुए। स्थिति के तनावपूर्ण होने की आशंका को देखते हुए ज़िलाधिकारी मेहराज अहमद काकरू ने आज सुबह अपने टीवी संबोधन में पूरे जिले में कर्फ़्यू लगाने की घोषणा की। सुरक्षा बलों की कथित गोलीबारी में युवकों की हत्या के बाद हुए हिंसक प्रदर्शनों के चलते 28 जून को पुराने शहर के सात पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ़्यू लगा दिया गया था। पुलिस ने बताया कि पूरे शहर में कर्फ़्यू लगाने का फ़ैसला अलगाववादियों के ईदगाह कब्रिस्तान तक के मार्च की योजना के मद्देनज़र किया गया है। मार्च की योजना हुर्रियत कांफ़्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के प्रमुख सैय्यद अली शाह गिलानी ने बनाई थी। गिलानी इस समय जेल में बंद है। दूसरी ओर सोपोर, बारामूला, मट्टन, बीजबेहड़ा, दूरू, कोकरनाग, अनंतनाग के अच्छाबल और कुलगाम के काइमोह समेत पुलवामा में कर्फ़्यू में कोई ढील नहीं दी गई ।
: न्यूज़लाइन ब्यूरो
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