
सरकार द्वारा पेट्रोलियम पदार्थों की मूल्य वृद्धि के फ़ैसले ने विपक्ष को लामबंद होने का मौक़ा दे दिया है। बीजेपी, लेफ्ट एवं पूर्ववर्ती चौथे मोर्चे ने इस मुद्दे पर भारत बंद करने के बारे में रविवार को सैद्धांतिक तौर पर सहमति जताई। उधर, मूल्य वृद्धि के ख़िलाफ़ पटना में एलजेपी और आरजेडी ने 10 जुलाई को बिहार बंद का आह्वान किया है। सूत्रों ने बताया कि सभी विपक्षी पार्टियों द्वारा अपने प्रभाव वाले क्षेत्रों में देशव्यापी हड़ताल करने का विचार जेडी (यू) चीफ शरद यादव ने दिया था। इस विचार का बीजेपी, सीपीएम, सीपीआई, समाजवादी पार्टी, तेलुगु देशम पार्टी एवं इंडियन नैशनल लोकदल ने समर्थन किया। बंद की तारीख़ अभी तय नहीं की गई है।शरद यादव मूल्यवृद्धि एवं पेट्रोलियम पदार्थों को नियंत्रण मुक्त करने के मुद्दे पर पूरे विपक्ष को एक साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी, सीपीएम जनरल सेक्रेटरी प्रकाश करात, सीपीआई के वरिष्ठ नेता ए.बी. बर्धन, आईएनएलडी चीफ़ ओम प्रकाश चौटाला, एसपी चीफ मुलायम सिंह यादव और टीडीपी चीफ चंद्रबाबू नायडू से बातचीत की है। इन दलों के नेता मुद्दे पर संयुक्त आंदोलन चलाने के विचार पर सैद्धांतिक रूप से तैयार हो गए।

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