अब हवाई हमलों के मद्देनज़र और शक्तिशाली हो जाएगा भारत। आज भारतीय वायुसेना में एक अमेरिकी परिवहन विमान सी-130 जे हर्कुलस को औपचारिक तौर पर शामिल किया जाएगा। भारत ने 2008 में अमेरिका से ऐसे छह विमान खरीदने का सौदा किया था। बाकी पांच ’हुर्कलस’ विमान इस साल के अंत तक वायुसेना को प्राप्त हो जाएंगे।अमेरिका से बढ़ रहे रिश्तों और सहयोग का फल वायुसेना को भी भरपूर मिल रहा है। इस ऐतिहासिक मौके पर रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल पी. वी. नायक के साथ अमेरिकी वायुसेना के प्रमुख जनरल नार्टन ए. श्वार्ज भी मौजूद रहेंगे।
’सी-130’ सुपर हर्कुलस विमान कमांडो को ले जाने और लाने में काफी मददगार साबित होगी। यह विमान विशेष तौर पर स्पेशल फोर्सेज के लिए बनवाया गया है। ऐसे छह विमान का सौदा अमेरिका के फॉरेन मिलिट्री सेल्स प्रोग्राम के तहत सीधी खरीद के जरिए किया गया है।
सैन्य परिवहन विमानों में सी-130 जे शामिल होने से वायुसेना को अब काफी मजबूती मिलेगी। बताया जा रहा है कि यह विमान काफी नीची उड़ान भरते हुए कमांडो सैनिकों को दुश्मन के इलाके में उतार सकता है और पूरी तरह अंधेरी हवाई पट्टी पर भी उतर सकता है।
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