नई दिल्ली. अक्टूबर, 2010 में भारत में आयोजित कॉमनवेल्थ खेलों में कोरियोग्राफी करने वाली ऑस्ट्रेलिया की एक कंपनी ने इन खेलों की आयोजन समिति पर मुकदमा करने जा रही है। अक्टूबर, 2010 में कॉमनवेल्थ खेलों के उद्घाटन और समापन समारोह में ऑस्ट्रेलिया की एक फर्म ने अपनी सेवाएं दी थीं। अब, ऑस्ट्रेलिया की एक वेबसाइट के मुताबिक ये ही फ़र्म, कॉमनवेल्थ खेलों के आयोजकों के खिलाफ बकाया पैसों को लेकर कानूनी कार्रवाई करेगी।उद्घाटन और समापन समारोह में कोरियोग्राफर, प्रोड्यूसर और कार्यकारी निर्देशक के रूप में काम करने वाले रिक बर्क ने कहा कि मैंने 12 लोगों की सेवाएं मुहैया कराई थीं। ये लोग उद्घाटन और समापन समारोह के कार्यक्रम तैयार करने में जुटे हुए थे। उन्होंने कहा कि हमने लाखों रुपये के बकाए के लिए कई बार आयोजन समिति से संपर्क साधा लेकिन हमें कोई कामयाबी हासिल नहीं हुई। रिक बर्क ने स्लेटर और गॉर्डन नाम की लॉ फर्म को राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति पर मुकदमा करने का काम सौंप दिया है। इतना ही नहीं ऑस्ट्रेलिया की करीब चार कंपनियों का ३० लाख डॉलर से ज़्यादा का भुगतान कॉमनवेल्थ खेलों के आयोजकों के पास फंसा हुआ है।
कॉमनवेल्थ खेलों को खत्म हुए तीन महीने बीत चुके हैं लेकिन कॉमनवेल्थ खेलों की आयोजन समिति, ऑस्ट्रेलियाई खेल संस्थाओं और कुछ इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों का बकाया अभी तक नहीं चुका पाई है। एसीजीए के सीईओ पेरी क्रॉसवाइट ने कहा कि एसीजीए की तर्ज पर करीब 30 से 40 कंपनियों का भुगतान बकाया है। इस मुद्दे पर भारत सरकार भी हरकत में आ गई है। इधर, केंद्रीय खेल मंत्री अजय माकन का कहना है कि वह ऑस्ट्रेलिया सरकार के साथ बातचीत कर इस विवाद को सुलझा लेंगे।
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