
वाशिंगटन : जहां एक ओर बाबा रामदेव ने अपने योग से दुनिया भर के लोगों को लाभ पहुंचाया है। बाबा के इस योग से दुनिया के लोगों को घातक बीमारियों से भी निजात दिलाई है और लोगों को अपनी ज़िंदगी को तनाव से मुक्त रखने का सरल उपाय मिल चुका है। अब, अमेरिका ने युद्ध के मोर्चे पर डटने वाले सैनिकों को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए योग को बाकायदा सैनिकों के ट्रेनिंग कोर्स का हिस्सा बनाया है। अपने योग से दुनिया भर में लोकप्रिय हो चुके बाबा रामदेव का लोहा अमेरिकी सेना ने भी मान लिया है।
अमेरिकी सेना ने पहली बार सैनिकों की शारीरिक फिटनेस के लिए योग को अपने ट्रेनिंग में शामिल किया है। पिछले 30 सालों में पहली बार फिटनेस प्रोग्राम में शामिल 'कॉम्बेट रेडीनेस टेस्ट' के अंतर्गत इस बदलाव को लाया गया है। इसे चरणबद्ध तरीके से लगातार मजबूती से अमल में लाए जाने की योजना है।
अमेरिकी सेना की ट्रेनिंग से जुड़े अफसर, उप कमांडिंग जनरल मार्क हर्टलिंग ने बताया कि सैनिकों को काफी कड़ी ट्रेनिंग दी जाती है। इस दौरान उन्हें कई बार गंभीर चोट भी लग जाती है। योग के जरिए उन्हें तनाव से मुक्ति मिल सकेगी और चोट आदि का खतरा भी कम होगा।
मार्क ने कहा 'पिछले 30 सालों से हम पुश-अप्स, सिट-अप्स आदि ट्रेनिंग देते आ रहे हैं पर इनमें से कुछ भी सैनिकों को लड़ाई के समय काम में नहीं आता है। इस कमी को पूरा करने के लिए फिटनेस प्रोग्राम में शटल दौड़ और लंबी कूद को भी शामिल किया गया है'।
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