
कानपुर : विदेशों में लोगों द्वारा खाने की जगह सांप खाए जाने की बातें अब तक हमारे सामने क़िस्से कहानियों की तरह ही आते रहे हैं। क्योंकि अभी तक हम विदेशों में लोगों द्वारा सांप खाने की बातें सुनते व पढ़ते थे। लेकिन अब हमारे भारत में एक ऐसा परिवार की जानकारी प्राप्त हुई है जो कि भोजन के स्थान पर ज़हरीले सांप खाता है। उत्तर प्रदेश के ज़िला कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र में रहने वाला एक परिवार सांपों का भोजन करता है। वहीं इस अनोखी समस्या से परेशान होकर परिवार की बहू ने परिवार परामर्श केंद्र में न्याय की गुहार लगाई है। चौबेपुर निवासी कलुआ और उसकी पत्नी पूनम का मामला परिवार परामर्श केंद्र पहुंचा तो उसे सुन सभी लोग आश्चर्य चकित रह गए।
जानकारी के मुताबिक, चौबेपुर के कंजरन डेरा निवासी कलुआ का विवाह 2008 में पूनम के साथ हुआ था। लेकिन शादी के कुछ महिनों बाद ही पूनम मायके चली गयी। पति के बहुत बुलाने पर भी वापस ससुराल नहीं पहुंची। जब ससुरालीजन बहुत पीछे पड़ने लगे तो उसने 2 जनवरी 2011 को परिवार परामर्श केंद्र में ससुरालवालो के खिलाफ परेशान करने की अर्जी देदी। जिस पर केंद्र की नोडल अधिकारी ने पूनम और उसके ससुराल वालों को सुनवाई के लिए बुलाया।
पूनम ने कहा कि वह अपने ससुरालीजनों के साथ नहीं रहना चाहती है, क्योंकि वह लोग सांप खाते हैं। वह उन लोगों की इस गंदी आदत से परेशान है। जबकि परामर्श केंद्र पहुंचे पूनम के ससुर बच्चन ने उस पर आरोप लगाया कि पूनम ससुराल से पांच किलो चांदी और 50 हजार रुपए लेकर मायके भाग गयी थी। सांप खाने के सवाल पर बच्चन ने कहा की हां हमारे परिवार में पहले सांप खाया जाता रहा है। जिस कारण हम भी खाते हैं। इससे पूनम को क्या परेशानी है।
पूनम ने ससुर के आरोपो को फर्जी करार देते हुए कहा कि अगर वह लोग सांप खाएंगे तो वह ससुराल नहीं जाएगी। दोनों पक्षों की बातें सुन काउंसलर चंद्रिका प्रसाद बाजपेई व गीता ने पहले पूनम और फिर उसके ससुर को समझाने का पहुत प्रयास किया लेकिन दोनों अपनी बातों से पीछे नहीं हटे। अब अधिकारियों ने सुलह करने के लिये कड़ी हिदायत देते हुए अब 10 अप्रैल को एक बार फिर दोनों पक्षों को समझौते के लिए बुलाया है।
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