
लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) और उत्तर प्रदेश की माया सरकार के बीच छिड़ी ये राजनीतिक जंग अब और तेज़ हो चुकी है। पुलिस की लाठियों से पिटने के बाद तिलमिलाए सपाइयों ने भी अब यूपी सरकार और यूपी पुलिस के ख़िलाफ़ हुंकार भर ली है। मुख्यमंत्री मायावती द्वारा दी गई चेतावनी पर समाजवादी पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया ज़ाहिर की है। मुख्यमंत्री मायावती ने आज प्रेस कांफ़्रेंस कर सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव समेत सभी राजनीति दलों को कानून बिगाड़ने की कोशिश करने पर सख्ती से निपटने की चेतावनी दी थी।
मुख्यमंत्री की चेतावनी का जवाब देते हुए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शिवपाल सिंह यादव ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुख्यमंत्री विधानसभा में जवाब नहीं देती, विधानसभा चलने ही नही देती, ऐसी मुख्यमंत्री से कानून एवं व्यवस्था की अपेक्षा भी नहीं की जा सकती। सपा ने कहा कि मुख्यमंत्री का कानून से क्या मतलब है।
आंदोलन के दौरान सपा के साथ हुए अत्याचार के कारण गुस्साए शिवपाल ने कहा कि पार्टी के सात से नौ मार्च तक चले तीन दिवसीय जन आंदोलन के शुरू होने के तीन दिन पहले से ही पार्टी कार्यकर्ताओं एवं नेताओं की धरपकड़ शुरू कर दी गई थी। यह दावा करते हुए कि तीन दिन चले आदोलन में पार्टी कार्यकर्ताओं ने न तो कही तोड़फोड़ की और न ही सार्वजनिक सम्पत्ति को कोई क्षति पहुंचाई, इसके बावजूद अनेक स्थानों पर अधिकारियों की शह पर पार्टी कार्यकर्ताओं पर बर्बर लाठीचार्ज किया गया। हजारों कार्यकर्ता अब भी जेल में बंद है।
शिवपाल ने आरोप लगाया कि आज जब वे जिला जेल से रिहा हुए तो वहा नेता प्रतिपक्ष को प्राप्त प्रोटोकाल के अनुसार जिला प्रशासन का कोई अधिकारी तो मौजूद नहीं था। "बाहर कुछ लोग शायद मुख्यमंत्री का पुतला जला रहे थे तभी पुलिस की लाठिया चली, जिसमें उन्हें और उनके सुरक्षाकर्मी को चोटें आई। उन्होंने कहा कि यदि ऐसे में हमारे सुरक्षाकर्मी ने गोली चला दी होती तो क्या होता।"
यादव ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय मुखिया ने तो आपातकाल झेला है, उन्हें क्या कोई चुनौती देगा। उन्होंने कहा कि हमें इस भ्रष्ट मुख्यमंत्री की चुनौती स्वीकार है। साथ ही उनकी और दलाल अधिकारियों को भी चेतावनी है कि सत्ता बदलेगी और उनका भी हिसाब किया जाएगा।
गुस्से से तिलमिलाते सपा नेता ने कहा कि औरत होने के नाते नहीं बोल रहे हैं। नहीं तो कहने को बहुत कुछ है। सौ रुपए की हैसियत नहीं थी और आज करोड़ों की मालिक है। यह सब कैसे हुआ सब जानते है।
उनके साथ मौजूद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं सासद अखिलेश यादव ने कहा कि कल जिस तरह से अमौसी हवाईअड्डे पर दिल्ली से वापस आने के बाद पुलिस ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया, वह इस मामले को लोकसभा में उठाएंगे। उन्होंने पार्टी के तीन दिवसीय आदोलन को कामयाब बताते हुए इसमें जनता की भारी भागीदारी का दावा किया और कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं, खासकर नौजवानों और छात्रों की मेहनत तो थी ही ऐसी कामयाबी जनता के सहयोग के बिना संभव नहीं थी।
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