
मेलबर्न : अपने उज्जवल भविष्य के लिये विदेश में पढ़ने गए भारतीय छात्रों-छात्राओं के लिये अब अपना लक्ष्य हासिल करना इतना ख़तरे से ख़ाली नहीं रह गया है। आए दिन विदेशों में, ख़ास कर ऑस्ट्रेलिया में भारतीय छात्र-छात्राओं के साथ उत्पीड़न, बलात्कार व हत्या की ख़बरें अब आम सी बात हो गई हैं।
ऑस्ट्रेलिया में हुए एक ताज़ा मामले में एक दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम दिया गया है। ऑस्ट्रेलिया में एक भारतीय मूल की 24 वर्षीया छात्रा का यौन उत्पीड़न करने के बाद उसकी हत्या किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। छात्रा का शव सिडनी के एक पार्क में सूटकेस से बरामद किया गया।
समाचार पत्र 'द एज' के अनुसार पुलिस ने बताया है कि छात्रा का शव शुक्रवार सुबह पश्चिमोत्तर सिडनी के मिडोबैंक पार्क से सटी नहर से बरामद किया गया है। स्थानीय पुलिस की ओर से जारी बयान में बताया गया कि 11 मार्च की सुबह निर्माण कार्य में लगे मजदूरों ने मिडोबैक पार्क के पास की नहर से सूटकेस में रखे महिला के शव को देखने के बाद इसकी जानकारी को पुलिस को दी। मृतका की पहचान भारतीय छात्रा तोशा ठक्कर के रूप मं की गई है।
पुलिस शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है ताकि मौत के कारणों का पता चल सके। पुलिस ने इस हत्या के मामले में 19 वर्षीय डेनियल स्टानी रेजिनाल्ड को गिरफ्तार किया है और पुलिस आरोपी से हत्या और दुष्कर्म के मामले को लेकर पूछताछ कर रही है। डेनियल पर आरोप है कि उसने पिछले बुधवार को छात्रा के साथ बलात्कार किया और फिर उसकी हत्या कर दी। डेनियल को शुक्रवार रात को गिरफ्तार किया गया था। सोमवार को इस मामले की संक्षिप्त सुनवाई बर्वुड स्थानीय अदालत में हुई। उन्होंने इस बात की पुष्टि की है कि मृतक छात्रा को आखिरी बार नौ मार्च को जिंदा देखा गया था। पुलिस तोषा के कॉलेज से तथ्य जुटाने में लगी है।
तोशा ठक्कर सिडनी कॉलेज ऑफ बिजनेस एंड आईटी में अकाउंट की पढ़ाई कर रही थी और वह ऑस्ट्रेलिया की स्थाई निवासी थी। समाचारपत्र के मुताबिक युवती के एक मित्र ने बताया, "हम बहुत दुखी हैं और न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। वह बहुत अच्छी थी और सभी के साथ मिलजुलकर रहती थी। यह काफी दुखद घटना है।"
गिरफ़्तार आरोपी डेनियल रेजीनॉल्ड क्रोडॉन में ठक्कर के निवास के समीप ही रहता है। उसे पुलिस ने एशफील्ड मोटल से गिरप्तार किया। उसे पारामट्टा के स्थानीय कोर्ट में पेश किया गया, लेकिन जज ने उसे जमानत नहीं दी। सुनवाई के दौरान कोर्ट में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र मौजूद थे। अदालत के बाहर भी भारतीय छात्रों ने घटना के विरोध में प्रदर्शन किया।
मामले की प्रमुख जांचकर्ता निरीक्षक पामेला योंग ने कहा कि युवती एक सम्मानित महिला थी और इस तरह की घटना की उम्मीद नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि युवती के माता-पिता ने अभी ऑस्ट्रेलिया आने की योजना नहीं बनाई है। पुलिस हिंदू परम्परा के अनुसार अंतिम संस्कार के लिए शव भारत भेजने पर विचार कर रही है।
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