Friday, March 4, 2011

लीबिया मुद्दे पर अमेरिका को ईरान की धमकी


त्रिपोली : लीबिया में जारी संकट अब गंभीर समस्या में तबदील होता जा रहा है। अमेरिका, इस मुद्दे में हस्तक्षेप कर लीबिया के शासक तानाशाह कर्नल मुअम्मर गद्दाफ़ी को घेरने की तैयारी में जुटा है। जहां एक ओर दुनिया के कई मुल्क, गद्दाफ़ी का विरोध कर अमेरिका की ज़ुबान बोल रहे हैं। तो वहीं हमेशा से अमेरिका की मुख़ालफ़त करने वाले ईरान ने धमकी के रूप में अमेरिका को साफ चेतावनी दी है कि यदि अमेरिका या नाटो सेनाओं ने लीबिया में सैन्य कार्रवाई की तो उनके सैनिकों की वहां कब्रगाह बना दी जाएगी। लीबिया के मुद्दे पर विश्व अब दो हिस्सों में बंटता नज़र आ रहा है।

41 साल से लीबिया के शासन पर क़ाबिज़ तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी ने भी धमकी दे डाली है कि यदि विदेशी सेनाओं के लीबिया में हस्तक्षेप किया तो हजारों लीबियाई नागरिक मारे जाएंगे और देश में खून की नदियां बहेंगी। गद्दाफी ने अपने समर्थकों और विदेशी मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि वे देश को बचाने के लिए अंतिम व्यक्ति तक से लड़ाई लड़ेंगे।

लीबिया का संकट धीरे-धीरे बड़े युद्ध में भी बदलने के आसार दिख रहे हैं। अमेरिका के विरोधी देश, धीरे-धीरे या तो गद्दाफी के पक्ष में हैं या फिर वे चुप हैं। ईरान ने खुलकर धमकी दी है कि यदि नाटो सेनाओं ने लीबिया पर सैन्य कार्रवाई की तो वहां उसके सैनिकों की कब्रगाह बन जाएगी। ईरान के राष्ट्रपति मुहम्मद अहमजनेजाद ने धमकी दी कि यदि अमेरिका और उसके मित्र देशों ने उत्तरी अफ्रीका या फिर मध्य पूर्वी देशों में किसी पर भी हमला बोलने की कोशिश की, तो उन्हें करारा जवाब मिलेगा।

अमेरिका ने अपने दो युद्ध पोत लीबिया के लिए पहले ही रवाना कर दिए हैं, जो लीबिया के नजदीक पहुंच रहे हैं। अमेरिका और ब्रिटेन कह चुके हैं कि वे लीबिया को नो फ्लाइंग जोन घोषित करना चाहते हैं। इस बारे में संयुक्त राष्ट्र को अंतिम निर्णय लेना है।

No comments:

Post a Comment

ADS

चिट्ठाजगत तुरंत छापो

चिट्ठाजगत

The Alex hotel New York