
कोलंबो : श्रीलंका के ख़िलाफ़ खेले गये मैच में टास जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए केन्याई टीम महज़ 142 रन पर ढेर हो गई। इस वर्ल्ड कप का अपना पहला मैच खेल रहे तेज़ गेंदबाज़ लसिथ मलिंगा ने केन्याई टीम को चित करने में अहम भूमिका निभाई। मलिंगा ने केवल 38 रन देकर केन्या के 6 बल्लेबाज़ों को पवेलियन भेजा। केवल 2 बल्लेबाज़ों को छोडकर, केन्या का कोई भी बल्लेबाज़ दहाई का आंकडा भी नहीं छू सका। केवल सी ओबुया और डी ओबुया ने साहस भरी पारियां खेलीं जिसकी बदौलत केन्या 100 का आकडा भी पार कर सका। श्रीलंका के तेज़ गेंदबाज़ लसिथ मलिंगा ने दूसरी बार हैट्रिक मार कर दोबारा वर्ल्ड कप के इतिहास में अपना नाम दर्ज करा दिया।
सी ओबुया ने 100 गेंदों का सामना करते हुए 4 चौकों की मदद से 52 रन बनाए। जबकि डी ओबुया ने 106 गेंदों का सामना करते हुए 3 चौकों की मदद से 52 रन बनाए। इन दोनों के अलावा केन्या की ओर से अधिकतम स्कोर श्रीलंका के गेंदबाज़ों द्वारा दिये गये अतिरिक्त रनों का रहा। श्रीलंका की ओर से 19 अतिरिक्त रन दिये गये, जिसमें 9 वाइड गेंदें शामिल हैं। इसके बाद, एन ओढियाम्बो ने 2 चौके लगाकर नाबाद 8 रन बनाए। जबकि स्टीव तिकोलो केवल 7 रन ही बना सके।
श्रीलंका की ओर से मलंगा के अलावा कुलसेखरा, मैथ्युज़ और मुरलीधरन ने 1-1 विकेट लिया। केवल 2 बल्लेबाज़ों को छोडकर, केन्या के सारे बल्लेबाज़ श्रीलंकाई गेंदबाज़ों के सामने लाचार, बेबस साबित हुए|
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