
पाकिस्तान में हो रही अल्पसंख्यकों की अनदेखी जैसी हालत को देखते हुए भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने पाकिस्तान को एक सलाह दी है। आडवाणी की राय में पाकिस्तान अगर अपने देश के अल्पसंख्यकों को पर्याप्त महत्त्वता प्रदान करता है तो, वह एक स्थिर देश बन सकता है।
आडवाणी ने कहा कि पाकिस्तान के कानूनों और राजनीतिक क्षेत्र में इस्लाम का प्रभाव बहुत ज्यादा है। जबकि पाकिस्तान में अन्य धर्मों को कोई बहुत ज्यादा समर्थन प्राप्त नहीं है। आडवाणी ने अपने ब्लॉग की ताजा पोस्ट में इस बात पर भी जोर दिया कि भारत की प्रवृत्ति हमेशा से सभी के प्रति समावेशी रही है, जबकि पाकिस्तान गैर समावेशिता के सिद्धांत पर चलता है।
भाजपा संसदीय दल के अध्यक्ष आडवाणी ने पत्रकार एमजे अकबर की हाल में जारी किताब टिंडरबॉक्स के जारी होने के दिन को याद करते हुए कहा कि इस किताब के जारी होने वाले दिन ही पाकिस्तान के पंजाब के राज्यपाल सलमान तासीर अपने एक सुरक्षाकर्मी के हाथों मारे गए थे। अकबर की यह किताब पाकिस्तान के संदर्भ में है।
तासीर ईशनिंदा के आरोप में मौत की सजा पाने वाली ईसाई महिला आसिया बीबी के बचाव में बोल रहे थे, जिसके बाद पाकिस्तान में उनकी आलोचना हो रही थी। आडवाणी ने अकबर के हवाले से कहा है, अगर तासीर भारत में होते, तो वह नहीं मारे जाते। उनके मुताबिक अकबर ने अपनी किताब में पाकिस्तान को जैली स्टेट की संज्ञा दी है।
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