
नई दिल्ली : पिछले काफ़ी समय से टीवी चैनलों पर प्रसारित किये जा रहे कार्यक्रमों में अशलील की हदें पार की जा रही हैं। जिनको लेकर देश भर में काफ़ी हल्ला भी मच चुका है। कई टीवी चनलों पर ऐसे कार्यक्रम प्रसारित किये जाते रहे हैं जिसमें दोस्ती, मोहब्बत, भविष्य, ख़बर व स्टाइल के नाम पर अशलीलता को परोसा जाता है। लेकिन अब इनके ख़िलाफ़ उजागर हुई केंद्र सरकार, अब चैनलों पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों या खबरों पर नजर रखने के लिए ‘प्रसारण सामग्री शिकायत परिषद’ बनाने जा रही है।
मनोरंजन चैनलों की प्रतिनिधि संस्था ’इंडियन ब्रॉडकास्टिंग फाउंडेशन’ की सलाह पर इस 13 सदस्यीय परिषद का गठन किया जा रहा है। सूचना-प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने उद्योगों की प्रतिनिधि संस्था सीआईआई द्वारा टीवी कार्यक्रमों की गुणवत्ता पर आयोजित सेमिनार में कहा कि परिषद के गठन से टीवी कार्यक्रमों पर नजर रखने के लिए एक सही तंत्र बनाया जा सकेगा। मंत्री ने कहा कि उनका मंत्रालय आत्मनियंत्रण का पक्षधर है।
उन्होंने कहा कि न्यूज चैनलों की संस्था न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन ने अच्छी पहल की है और मंत्रालय के साथ मिलकर आत्मनियंत्रण का प्रमाण पेश किया है। सोनी ने कहा कि दूरदर्शन की मुफ्त डीटीएच सेवा पर मौजूदा 57 की जगह 97 चैनल उपलब्ध कराने को स्वीकृति दे दी गई है। दिसंबर तक 97 चैनल उपलब्ध हो जाएंगे। 12वीं योजना तक चैनलों की संख्या 200 करने की योजना है।
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