
मुंबई : पाकिस्तान के ख़िलाफ़ हमेशा से ज्वलनशील रहने वाली शिवसेना न अब धमकी देकर एक नई समस्या से रूबरू होने की चेतावनी दे डाली है। आज, बांग्लादेश में क्रिकेट के 10वें महाकुम्भ का रंगारंग आगाज होने जा रहा है और 19 फरवरी को भारत-बांग्लादेश मैच के साथ ही कप के लिए जंग शुरू हो जाएगी। फिर 2 अप्रैल को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में कप के लिए फाइनल मुकाबला खेला जाना है। लेकिन शिवसेना ने इस पर अपनी एक शर्त रखते हुए परोक्ष धमकी दे दी है।
अगर पाकिस्तान इस फ़ाइनल मुक़ाबले में पहुंच जाता है तो शिवसेना इसका कडा विरोध करेगी और शायद इस मुक़ाबले को मुंबई में ना होने देने के लिये पूरी कोशिश करेगी। आज, पार्टी के नेता और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मनोहर जोशी ने कहा कि अगर पाकिस्तान फाइनल में पहुंचा तो मुंबई में मैच होने दिया जाएगा या नहीं, इसका फैसला शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ही करेंगे।
शिव सेना हमेशा ही पाकिस्तानी क्रिकेट टीम का विरोध करती रही है। शिव सेना का मानना है कि पाकिस्तान भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देता है और इन परिस्थितियों में उसके साथ कोई संबंध नहीं रखने चाहिए।
ग़ौरतलब है कि अभी हाल ही में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कप्तान शाहिद आफरीदी ने एक बयान में कहा था कि विश्व कप के फाइनल में भारत और पाकिस्तान की भिड़ंत सबसे आदर्श स्थिति होगी और इससे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट को बढ़ावा मिलेगा।
भारत और पाकिस्तान की टीमें अलग-अलग ग्रुप में हैं। टूर्नामेंट में कुल 14 टीम हिस्सा ले रही हैं। टूर्नामेंट का फाइनल 2 अप्रैल को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में होगा। 1991 में शिव सेना ने भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच के पहले पिच खोद दिया था।
अगर पाकिस्तान विश्व कप के फ़ाइनल मुक़ाबले में पहुंच जाता है और शिवसेना अपने इस मंसूबे में क़ामयाब हो जाती है तो आतंकवाद के कारण मचे इस बवाल में बेशक़ क्रिकेट की हार होगी।
No comments:
Post a Comment