
नई दिल्ली: राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने एक नई परंपरा बनाते हुए जल्द ही अपनी संपत्ति की घोषणा का फैसला किया है। ऐसा पहली बार है जब देश का कोई राष्ट्रपति अपनी संपत्ति सार्वजनिक करेगा जबकि ऐसा कोई कानून नहीं है जो उन्हें ऐसा करने के लिए कहे।
राष्ट्रपति का फैसला मुख्य सूचना आयोग के सुझाव पर आया है जिसने कहा था कि यह राष्ट्रपति पर निर्भर है कि वह अपनी तथा अपने परिवार के संपत्ति की सार्वजनिक घोषणा करें।
राष्ट्रपति भवन की प्रवक्ता अर्चना दत्ता ने कहा कि भारत के राष्ट्रपति को किसी भी सार्वजनिक प्राधिकरण के समक्ष अपनी संपत्ति की घोषणा करने की जरूरत नहीं है। फिर भी राष्ट्रपति पाटिल इसे घोषित करेंगी। दत्ता ने इस बात पर टिप्पणी करने से इंकार कर दिया कि क्या प्रतिभा पाटिल के परिवार के सदस्य भी अपनी संपत्ति सार्वजनिक करेंगे और कहा कि वह केवल राष्ट्रपति की ओर से बोलने के लिए अधिकृत हैं।
इससे पहले इसी सप्ताह सूचना आयुक्त शैलेश गांधी ने कहा था कि सूचना के अधिकार के तहत उन्हें राष्ट्रपति को अपनी संपत्ति की घोषणा करने के लिए निर्देश जारी करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि अब कई सार्वजनिक पदाधिकारियों जैसे मंत्री, न्यायाधीश और सूचना आयुक्तों ने अपनी संपत्ति के विवरण को स्वेच्छा से वेबसाइट पर डाल दिया है, यह राष्ट्रपति पर निर्भर है कि वह इस मामले पर फैसला करें।
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