लंदन: ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन के बाद पाया है कि शराब कोकीन और तंबाकू से तीन गुना ज्यादा घातक होती है। उन्होंने घातकता साबित करने के लिए एक पैमाना बनाया और उसमें शराब को सबसे ज्यादा अंक मिले। जिससे साबित हो गया है हेरोइन और कोकीन अल्कोहल से कम घातक है|
नशे पर अध्ययन करने वाले इस समूह में ब्रिटेन की ड्रग्स के अध्ययन के लिए बनी वैज्ञानिक कमेटी के सदस्यों के अलावा यूरोप की अन्य विशेषज्ञ समिति के सदस्य शामिल हैं। उन्होंने नतीजा निकाला है, कि शराब व्यक्ति और समाज के लिए सबसे ज्यादा घातक है। उन्होंने हेरोइन को दूसरे स्थान और कोकीन को तीसरे स्थान पर रखा है।
ब्रिटेन की वैज्ञानिक समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर डेविड नट के अनुसार इस अध्ययन से साफ है कि शराब काफी नुकसानदेह है और इसके खिलाफ चलाई जाने वाली मुहीम जनता के हित में होती हैं। कई देशों में शराब और तंबाकू बेचने पर कोई नियंत्रण नहीं है, जबकि गांजा, हेरोइन और कोकीन बेचना अपराध है। नट ने कहा कि यह आश्चर्य है कि जो वस्तुएं ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं, उनके बेचने पर कोई पाबंदी नहीं है। नट की टीम ने कौन से नशा ज्यादा घातक है, तय करने के लिए मल्टीक्राइटेरिया डिसीजन एनेलिसिस(एमसीडीए) प्रक्रिया का इस्तेमाल किया। उन्होंने ऐसे नौ बिंदु तय किए, जिनके आधार पर नशा व्यक्ति को नुकसान पहुंचाता है और सात ऐसे बिंदु तय किए जिनसे समाज को नुकसान होता है।
व्यक्तिगत नुकसान के लिए तय मानकों में नशे से मौत, स्वास्थ्य को नुकसान, आर्थिक नुकसान आदि शामिल हैं। जबकि समाज को नुकसान में नशे के बाद किए गए अपराध, पर्यावरण को नुकसान, परिवार में विवाद आदि बिंदु हैं। इतना ही नहीं शराब से लीवर, किडनी आदि के कैंसर का खतरा रहता है। आंकड़ों के अनुसार ब्रिटेन में प्रति 1,00,000 व्यक्तियों में 18.7 लोगों की शराब के कारण हर साल मौत हो रही है। 1991 में यह आंकड़ा केवल 9.1 था, जो अब बढ़कर दुगना हो गया है। महिलाओं में भी प्रति 1,00,000 महिलाओं में से शराब के कारण 9.6 महिलाओं की मौत हो रही है।
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