नई दिल्ली: जल्द ही डीजल ट्रेन के दोनों छोर पर चालक दल और उनके केबिन होंगे ताकि ट्रेन की दिशा और रफ्तार पर बेहतर नियंत्रण हो।
रेलवे मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि दो केबिन वाले सिस्टम का परीक्षण चल रहा है और रेलवे सुरक्षा आयुक्त से प्रमाण पत्र मिलने के बाद इसे यात्री ट्रेनों में इस्तेमाल किया जाएगा। 4500 हॉर्स पॉवर की शक्तिवाले डीजल लोकोमोटिव में फिलहाल एक ही केबिन सिस्टम ट्रेन के आगे लगा होता है।
अधिकारी ने कहा कि चालक को उल्टी दिशा में ट्रेन चलाने वक्त सिग्नल देखने में दिक्कत आती है। इससे चालक 110 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक रफ्तार से ट्रेन नहीं चला पाते|
डब्ल्यूडीपीडी नाम के डिजाइन वाले ये केबिन ट्रेन के दोनों छोर पर लगेंगे और इससे रफ्तार पर भी असर पड़ेगा। इसमें एलसीडी स्क्रीन सहित कई सारी सुविधाएँ भी होंगी। उन्होंने बताया कि नई ट्रेन दोनों ओर से 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी तेज दौड़ पाएँगी।
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